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जिले में चर्चा कांग्रेस कैसे जीतेगी चुनाव, अब खुद अरूण यादव अपने समर्थक को साथ लेकर करेंगे प्रचार
बुरहानपुर। खंडवा संसदीय सीट से कांग्रेस ने देरी से उम्मीदवार घोषित किया। नाम फाइनल करने में देरी की वजह पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व पीसीसी चीफ अरूण यादव का दिलचस्पी न लेना रहा, लेकिन उनके समर्थक को टिकट दिया गया। इधर पार्टी में गुटबाजी की सीमा चरम पर है। कुछ माह पहले ही हुए विधानसभा में कांग्रेस में गुटबाजी खुलकर सामने आई थी तब करीब 100 से अधिक नेताओं, कार्यकर्ताओं को पार्टी ने निष्कासित कर दिया था उनकी घर वापसी अब तक नहीं हुई। इतना ही नहीं घर वापसी का वह नेता विरोध भी कर हैं जिन्होंने विधानसभा चुनाव में नुकसान उठाया था। अब यह चर्चाएं चल रही है कि कांग्रेस ऐसी स्थिति में कैसे चुनाव जीतेगी।
गौरतलब है कि करीब 17 साल तक शहर कांग्रेस अध्यक्ष रहे अजयसिंह रघुवंशी सहित उनके कईं समर्थकों को विधानसभा चुनाव में निष्ठावान कांग्रेस बनाकर कांग्रेस को ही नुकसान पहुंचाने के आरोप में छह साल के लिए निष्कासित किया गया है। अरूण यादव प्रयास कर रहे हैं कि उनकी वापसी हो लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है। करीब 23 से अधिक पार्षद भी उस समय निष्कासित किए गए थे। लोकसभा चुनाव के लिए सबसे पहले उम्मीदवार के बतौर अरूण यादव ने अजय सिंह रघुवंशी का ही नाम सुझाया था, लेकिन उनके निष्कासन के कारण नाम पर विचार नहीं हो पाया था। तब दूसरे नाम सामने आए। अब पार्टी में जमकर गुटबाजी है इसलिए चर्चाएं है कि कांग्रेस के लिए यह सीट निकाल पाना इतना आसान भी नहीं है।
और इधर, कांग्रेस प्रत्याशी नरेंद्र पटेल को साथ रख कार्यकर्ताओं से मिलेंगे अरूण यादव
खंडवा संसदीय सीट से कांग्रेस ने सनावद के नरेंद्र पटेल को उम्मीदवार बनाया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरूण यादव ने चुनाव लड़ने से इनकार कर नरेंद्र पटेल के नाम का सुझाव दिया था। टिकट फाइनल होने के बाद अब अरूण यादव 10 अप्रैल को खंडवा संसदीय में समर्थक व कांग्रेस प्रत्याशी नरेंद्र पटेल को साथ लेकर खंडवा, बुरहानपुर, बड़वाह और बागली जिला देवास विधानसभा में कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचेंगे। उनके साथ उनके छोटे भाई और पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव भी रहेंगे। सोमवार को अरूण यादव का दौरा कार्यक्रम जारी हुआ। इसके अनुसार वह 10 अप्रैल को भोपाल से रवाना होकर बागली में कार्यकर्ता पदाधिकारियों से चर्चा करेंगे। बागली भी खंडवा संसदीय सीट का हिस्सा है। यहां से वह उदयनगर, बड़वाह विधानसभा के काटकूट पहुंचकर कार्यकर्ता, पदाधिकारियों की बैठक करेंगे। बड़वाह में भी ब्लाक कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ता, पदाधिकारियो की रेवा गुर्जर समाज मांगलिक परिसर में बैठक लेंगे। रात 8 बजे खंडवा पहुंचेंगे। वहां से रात 9 बजे बुरहानपुर आएंगे। रात्रि विश्राम बुरहानपुर में होगा। इसके बाद आगामी कार्यक्रम तय होगा।
गुर्जर वोटों के कारण पटेल को मिला मौका
बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी ने यह दूसरी बार जातिगत कार्ड खेला है। इससे पहले विधानसभा चुनाव में बुरहानपुर विधानसभा से रविंद्र महाजन को उम्मीदवार बनाया गया था, लेकिन वह अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए थे। इस बार फिर कांग्रेस ने लोकसभा में यह कार्ड खेला है। खास बात यह है कि बुरहानपुर में गुर्जर वोटों की संख्या अच्छी है इसलिए नाम फाइनल होने के बाद नरेंद्र पटेल सबसे पहले बुरहानपुर ही आए थे।
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