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सड़क निर्माण में गड़बड़ी उजागर करने पर उपयंत्री से बदसलूकी, शिकारपुरा थाना पुलिस ने की कार्रवाई
बुरहानपुर। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के उपयंत्री अश्विन सोनरिश ने ठेकेदार भूपेंद्र चौहान के खिलाफ पुलिस थाना शिकारपुरा में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में उन्होंने ठेकेदार पर अनुबंधित सड़क निर्माण कार्य में लापरवाही, भुगतान के लिए दबाव बनाने, मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप लगाए हैं। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए भारतीय दंड संहिता की धारा 132, 115(2) और 351(3) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मामले का पूरा विवरण
पीड़ित अश्विन सोनरिश लोक निर्माण विभाग में उपयंत्री के पद पर कार्यरत हैं और वर्तमान में धामनगांव से नांदगांव मार्ग के निर्माण कार्य की देखरेख कर रहे हैं। इस कार्य का ठेका भूपेंद्र चौहान को दिया गया था। ठेकेदार द्वारा सड़क निर्माण, पुलिया और कंक्रीट वाल का कार्य किया जा रहा था, लेकिन इस कार्य की गुणवत्ता को लेकर पहले से ही सवाल उठ रहे थे। उपयंत्री अश्विन सोनरिश के अनुसार, ठेकेदार भूपेंद्र चौहान कई दिनों से खराब गुणवत्ता वाले कार्य का भुगतान करने के लिए उन पर दबाव बना रहा था। मामले को गंभीर मानते हुए उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी थी।
उपयंत्री पर बिल बनाने का दबाव
ठेकेदार भूपेंद्र चौहान और उनके बेटे की मौजूदगी में पीएमजीएसवाई (प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना) के उपयंत्री बजेंद्र पाराशर की उपस्थिति में कंक्रीट क्यूब टेस्ट कराया गया। परीक्षण के दौरान यह स्पष्ट हो गया कि निर्माण सामग्री पूरी तरह से गुणवत्ता विहीन थी और परीक्षण में फेल हो गई।
इसके बाद ठेकेदार भूपेंद्र चौहान ने लोक निर्माण विभाग, संभाग बुरहानपुर के कार्यालय में पुनः उपयंत्री पर बिल बनाने के लिए दबाव डाला। जब उन्होंने इससे इंकार किया तो ठेकेदार ने उनके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी।
ठेकेदार पर एफआईआर दर्ज
घटना के बाद अश्विन सोनरिश मानसिक और शारीरिक रूप से काफी परेशान हो गए। उन्होंने तत्काल थाना शिकारपुरा पहुंचकर लिखित शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने उनकी शिकायत के आधार पर ठेकेदार के खिलाफ धारा 132 (सरकारी कर्मचारी को कार्य करने से रोकना), 115(2) (गंभीर अपराध के लिए उकसाना) और 351(3) (मारपीट और धमकी) के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
मामले की निष्पक्ष जांच हो
इस घटना ने सरकारी ठेकों में गुणवत्ता नियंत्रण और भ्रष्टाचार को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ठेकेदारों द्वारा सरकारी अधिकारियों पर दबाव बनाना और उन्हें धमकाने की घटनाएं पहले भी सामने आई हैं, लेकिन इस बार मामला हाथापाई और सीधे जान से मारने की धमकी तक पहुंच गया। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और ठेकेदार भूपेंद्र चौहान से जल्द ही पूछताछ की जाएगी। इस घटना से लोक निर्माण विभाग के अन्य अधिकारियों में भी भय का माहौल है। सरकारी अधिकारियों ने मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।