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पुलिस और जिला प्रशासन ने संभाला मोर्चा
बुरहानपुर। मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के महाराष्ट्र सीमा से सटे बिरोदा गांव में सोमवार को एक धार्मिक स्थल को लेकर दो समुदायों के बीच तनाव ने हिंसक रूप ले लिया। विवाद इतना बढ़ गया कि पत्थरबाजी शुरू हो गई, जिससे गांव में भगदड़ और अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर जिले का पुलिस बल मौके पर पहुंचा और लोगो को तितर बितर किया। पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी भी बिरोदा गांव पहुंच कर कैंप किया।
विवाद का मुख्य कारण
गांव के एक चबूतरे को लेकर विवाद है। मुस्लिम समुदाय का दावा है कि यह स्थान दरगाह है। जबकि हिंदू समाज का दावा है कि यह नवनाथ महाराज की समाधि है। हाल ही में हिंदू समाज के लोगों ने इस चबूतरे और समाधि को भगवा रंग से रंग दिया था। इसे लेकर मुस्लिम समुदाय ने जनसुनवाई में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के बाद तहसीलदार की उपस्थिति में दोनों पक्षों के बीच बातचीत आयोजित की गई। बैठक में किसी समाधान पर सहमति नहीं बन सकी, और विवाद बढ़ गया। पत्थरबाजी के बाद दोनों समुदायों के बीच हिंसा फैल गई।
120 पुलिसकर्मियों की तैनाती
पत्थरबाजी में चार लोग घायल हुए, जिनमें एक महिला शामिल है। सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 120 पुलिसकर्मियों को मौके पर तैनात किया गया है। प्रशासनिक अधिकारी भी गांव में कैंप कर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। पुलिस ने विवादित क्षेत्र को अपने नियंत्रण में लिया। स्थिति पर काबू पाने और आगे की हिंसा रोकने के लिए प्रशासन ने सख्त निगरानी शुरू की।
एएसपी अंतर सिंह कनेश ने कहा कि घटना में शामिल लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने ग्रामीणों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है। फिलहाल गांव में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। प्रशासन और पुलिस इस विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने में जुटे हुए हैं।
वर्जन
स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है
हल्का-फुल्का पथराव हुआ था। स्थिति नियंत्रण में है। करीब 120 से अधिक अफसर, कर्मचारी थाना प्रभारी का बल तैनात है। बिरोदा गांव और शहर में लगातार गश्ती कराई जा रही है स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है घायलों की अभी कोई जानकारी नहीं है।
-अंतरसिंह कनेश, एएसपी बुरहानपुर