बुरहानपुर। जनवरी 2025 में प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ को प्लास्टिक मुक्त कुंभ बनाने के संकल्प के साथ बुरहानपुर ने एक विशेष अभियान की शुरुआत की है। इस “एक थैला, एक थाली अभियान” का उद्देश्य महाकुंभ में प्लास्टिक कचरे को कम करना और पर्यावरण संरक्षण में योगदान देना है।
प्लास्टिक मुक्त कुंभ का संकल्प
प्रयागराज महाकुंभ में हर वर्ष बड़ी मात्रा में प्लास्टिक कचरा उत्पन्न होता है। इस बार 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, जिससे लगभग 40,000 टन प्लास्टिक कचरा होने की संभावना है। इसे रोकने के लिए बुरहानपुर से 5000 थैले और थालियां भेजने की तैयारी हो रही है।
प्लास्टिक कचरे को रोकने की पहल
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को यह थैले और थालियां रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर दी जाएंगी। इनका उपयोग भोजन और अन्य सामग्री के लिए किया जाएगा, जिससे प्लास्टिक उपयोग को रोका जा सके।
बैठक में हुई चर्चा
लक्ष्मी नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और पर्यावरण गतिविधि बुरहानपुर के सदस्यों ने कार्ययोजना तैयार की। पर्यावरण गतिविधि प्रमुख जय भगवती भावसार ने बताया कि यह पहल कुंभ को स्वच्छ और हरित बनाने के उद्देश्य से की जा रही है।
थैला और थाली संग्रहण
बुरहानपुर से 5000 थैले और थालियां एकत्रित कर प्रयागराज भेजी जाएंगी। स्थानीय समाज और संघ के स्वयंसेवकों की मदद से यह काम किया जाएगा। प्लास्टिक के विकल्प के रूप में पर्यावरण-अनुकूल सामग्री का उपयोग। श्रद्धालुओं को मुफ्त में थैले और थालियां उपलब्ध कराना।
पर्यावरण संरक्षण पर फोकस
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के पंच परिवर्तन में पर्यावरण संरक्षण को विशेष प्राथमिकता दी गई है। यह पहल पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक माध्यम है। बैठक में सभी ने संकल्प लिया कि बुरहानपुर के निवासी इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। “एक थैला, एक थाली अभियान” में अधिक से अधिक सहयोग प्रदान कर इसे सफल बनाएंगे। बैठक में प्रयागराज से आए पत्रक का विमोचन भी किया गया। बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवको ने कार्य योजना बनवाई और इस कार्य के लिए विभित्र टोलियां भी गठित की।