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अस्पताल के डॉक्टर को पीजीआई युनिवर्सिटी चंडीगढ़ में टॉप करने पर सीजेआई ने गोल्ड मेडल से किया सम्मानित
बुरहानपुर। ऑल इज वेल अस्पताल में कैंसर मरीजों का भी उपचार हो रहा है। यहां पदस्थ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मोनिश गुप्ता ने पीजीआई युनिवर्सिटी चंडीगढ़ में टॉप किया है। दो दिन पहले उन्हें सीजेआई जेवाय चंद्रचूड़ ने गोल्ड मेडल से सम्मानित किया। इसे लेकर सोमवार शाम ऑल इज वेल अस्पताल में प्रेस कॉन्फ्रेंस में अस्पताल संचालक कबीर चौकसे, देवांशी चौकसे ने मीडिया को अस्पताल में दी जाने वाली सुविधाओं और अब तक किए गए प्रयासों के बारे में बताया।
डायरेक्टर देवांशी चौकसे ने बताया डॉ. मोनिश गुप्ता ने मेक्रो विजन में ही पढ़ाई पूरी की है। उन्हें दो दिन पहले सीजेआई चंद्रचूड ने सम्मानित किया। यह हमारे संस्थान के लिए गर्व की बात है। उन्होंने बताया यहां हाईलेवल ट्रीटमेंट हो रहा है। गर्भवती महिलाओं का गर्भ में ही उपचार किया जा सकता है। कैंसर के बारे में 5 साल पहले पता लगाया जा सकता है कि यह होगा या नहीं। अगर है तो किस तरह ठीक होगा। संचालक कबीर चौकसे ने बताया एक शिविर में 350 में से 36 महिलाएं पॉजिटिव मिली थी। उनमें बच्चेदानी और ब्रेस्ट कैंसर के सिम्टम्स आए थे। उनका उपचार कर कुछ को ठीक कर दिया गया।
डॉ. मोनिश गुप्ता ने कहा-इतनी अच्छी सर्विस देना दूसरी जगह काफी मुश्किल है। अस्पताल कैंसर जैसी बीमारियों के क्षेत्र में अच्छा काम कर रहा है। सर्जरी की टीम बनी हुई। एक साल पहले तक किसी ने सोचा नहीं होगा कि बुरहानपुर में कैंसर का उपचार हो सकता है। हम वादा करते हैं कि किसी भी तरीके की बीमारी, रोग इस क्षेत्र के लोगों को परेशान नहीं करेगा। डॉ. गुप्ता ने बताया मेरा फर्स्ट अटेम्ट में एमडी के लिए चयन हुआ था। गायनी के क्षेत्र में मेहनत की। परसो ही डिग्री के साथ सीजेआई ने सम्मानित किया। उन्होंने कहा कईं बच्चे मंदबुद्धि, अनुवांशिक बीमारी के साथ पैदा होते है। ऐसे में पेरेंट्टस अगले बच्चे पैदा करने में डरते हैं। हमसे बात करने पर यह स्थिति क्लियर होगी बीमारी ठीक हो सकती है। एक जानकारी किसी के लिए जीवन परिवर्तन करने वाली होती है। 90 प्रतिशत विकार ठीक हो जाते हैं। 90 प्रतिशत विकार पेट में ही ठीक हो जाते हैं। हमारा मकसद है कि जो भी बच्चा इस दुनिया में बच्चे आए वह स्वस्थ्य आए। हम इस अस्पताल में सिर से लेकर पैर तक विकार ठीक करेंगे। यहां लोग इंदौर से आएं। एम्स की क्षमता यहां नजर आए। यह हमारी कोशिश होगी।
संचालक कबीर चौकसे ने कहा-हमारे अस्पताल में बच्चेदानी कैंसर की वैक्सीन अवेलेवल है। 35 महिलाओं का इलाज कर कैंसरमुक्त किया। सर्वाइकल कैंसर की जांच की तो 100 में से 30 महिलाएं पॉजिटिव आई थी। महिलाओं में ज्यादातर ब्रेस्ट और बच्चादानी मुख कैंसर की समया है। अब इसका ईलाज यहां संभव है। एक महिला को बच्चादानी कैंसर था बाद में पता चला किडनी ही खराब हो गई। दोनों निकालकर महिला की जान बचाई गई थी। ख़ास बात यह है कि उक्त महिला का इलाज आयुष्यमान कार्ड के तहत निशुल्क किया गया था।