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बिरोदा में अर्चना चिटनिस ने ग्रामीणों से किया संवाद, दीदी ने कहा –अब गांवों में रहना बनेगा गर्व की बात
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डेढ़ करोड़ से अधिक की लागत से अनेक विकास कार्यों ने लिया मूर्तरूप, समीक्षा कर दिए निर्देश
बुरहानपुर। गांव की गलियों में जब विधायक और पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस पहुंचीं, तो गांव के लोगों की आंखों में उम्मीद की चमक साफ दिख रही थी। ग्राम बिरोदा अब सिर्फ एक गांव नहीं, बल्कि एक बदलाव की मिसाल बनने जा रहा है। डेढ़ करोड़ रुपये से ज्यादा के विकास कार्य यहां धरातल पर उतर चुके हैं। और ये शुरुआत भर है –दीदी ने खुद यह भरोसा दिलाया।
चिटनिस ने सबसे पहले ग्रामीणों से सीधा संवाद किया। जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों से सीधे बात कर पूछा – क्या योजना सिर्फ कागज़ पर है, या वाकई आपके घर तक पहुंची है? जवाबों ने उन्हें संतुष्ट किया, लेकिन वे यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने कहा हमारी योजनाएं फाइलों में नहीं, ज़मीन पर दिखनी चाहिए।
20 लाख से सामुदायिक भवन, 30 लाख से सड़कों का कायाकल्प
श्री हनुमान मंदिर के पास सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 20 लाख रु. की विधायक निधि से स्वीकृति दी गई। वार्ड क्र. 01 और 02 की आंतरिक गलियों के लिए 30 लाख रु. की लागत से पक्के मार्गों के निर्माण के निर्देश मौके पर ही दिए गए।
ग्रामीण विकास का नया फार्मूला
अमृत सरोवर योजना के तहत बनाए गए तालाब की दीदी ने जमकर सराहना की। अब तीन नए निस्तार तालाबों के निर्माण की घोषणा भी कर दी गई। गांव में पेयजल पाइपलाइन के लिए 5 लाख, और आंतरिक विस्तार के लिए 5 लाख रु. स्वीकृत। वृक्षारोपण और जल संरक्षण पर विशेष जोर, ग्रामीणों को इसमें सक्रिय भागीदारी की सलाह दी। इस दौरान अर्चना चिटनिस ने कहा जल और हरियाली एक-दूसरे के पूरक हैं। जब तक पेड़ नहीं लगेंगे, पानी नहीं बचेगा।
शिक्षा और स्वच्छता की नई परिभाषा गढ़ रहा बिरोदा
• प्राथमिक शाला की बाउंड्रीवाल पर 2.30 लाख रु.।
• शौचालय निर्माण पर 3 लाख रु.।
• स्वच्छता अभियान के तहत 8 लाख की लागत से कचरा वाहन की खरीदी।
• वाहन अब घर-घर जाकर कचरा इकट्ठा कर रहा है, जिससे गांव पहले से ज्यादा स्वच्छ और व्यवस्थित दिखने लगा है।
• गांव में 3.40 लाख की लागत से सीसीटीवी कैमरे लगाए गए।
• सुरक्षा और शांति व्यवस्था अब तकनीक के सहारे और मजबूत।
गांववालों ने कहा –पहली बार महसूस हुआ कि सरकार हमारे बीच है
दीदी के साथ दौरे में जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रदीप पाटिल, सीईओ दुर्गेश भुमरकर, विनोद कोली, धर्मराज महाजन, रूपेश लिहनकर, प्रहलाद महाजन, उमेश देवस्कर, हितेश माली, सतीश पाटिल, बंडु कोली, गणेश महाजन, राजू चौधरी सहित कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद थे। ग्रामीणों ने खुले दिल से बात की और कई समस्याओं को सामने रखा, जिनका मौके पर ही समाधान सुनिश्चित किया गया। गांववालों ने कहा पहली बार महसूस हुआ कि सरकार हमारे बीच है।