बुरहानपुर। मध्य प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल के विवादित बयान को लेकर विपक्षी दलों का विरोध तेज हो गया है। बुधवार को प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता फरहा मुनीर खान ने बुरहानपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मंत्री पटेल की कड़ी आलोचना की। उन्होंने मंत्री के बयान को जनता, ओबीसी समाज और खुद उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का अपमान बताया।हाल ही में पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल ने एक विवादास्पद बयान दिया था, जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई। हालांकि, बयान पर बढ़ते विवाद के बाद उन्होंने सफाई भी दी, लेकिन कांग्रेस इसे अस्वीकार्य मान रही है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता फरहा मुनीर खान ने तीखा हमला बोलते हुए कहा मंत्री प्रहलाद पटेल का बयान और उसके बाद दी गई सफाई बेहद चौंकाने वाली है। “क्या मंत्री जनता से लेने के लिए सत्ता में आए हैं या जनहित के लिए?” “उन्होंने अपने समाज का जिक्र कर सिर्फ ओबीसी वर्ग का नहीं, बल्कि अपनी ही पार्टी के मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्रियों का भी अपमान किया है।” “हम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मांग करते हैं कि वे इस मुद्दे पर अपनी स्पष्ट राय रखें।”
मंत्री के बयान को लेकर कांग्रेस के अलावा अन्य राजनीतिक और सामाजिक संगठनों में भी आक्रोश है। बयान को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की चर्चा भी हो रही है।
कांग्रेस अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने मंत्री पटेल के बयान की आलोचना की और भाजपा सरकार को घेरा। जिला सह प्रभारी उत्तम पाल सिंह पुरनी ने कहा कि इस तरह के बयान समाज को बांटने वाले हैं, जिससे जनता में गलत संदेश जाता है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष रिंकू टांक ने कहा कि “एक जिम्मेदार मंत्री को इस तरह के विवादित बयान नहीं देने चाहिए। ओबीसी वर्ग और अन्य समुदायों का अपमान कांग्रेस बर्दाश्त नहीं करेगी।
ये रहे मौजूद
इस दौरान कांग्रेस के कई बड़े नेता और पदाधिकारी मौजूद थे, जिनमें रिंक टाक (जिलाध्यक्ष, कांग्रेस), पूर्व विधायक हमीद काजी, ठाकुर सुरेंद्र सिंह, रविंद्र महाजन, इंद्रसेन देशमुख, अजयसिंह रघुवंशी, जिला सचिव आशीष भगत, ब्लॉक अध्यक्ष संजय चौकसे, नगर निगम अध्यक्ष अनीता यादव, निखिल खंडेलवाल, सरिता भगत, जिला प्रवक्ता शेख रूस्तम, पूर्व नगर निगम अध्यक्ष गौरी शर्मा आदि शामिल रहे।