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परिजनों की आंखों में आए आंसू, चेहरे पर लौटी मुस्कान; निंबोला पुलिस की खोजी टीम ने दिखाई मुस्तैदी
बुरहानपुर। ‘ऑपरेशन मुस्कान’ के तहत बुरहानपुर पुलिस को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। निंबोला थाना क्षेत्र से करीब साढ़े तीन महीने पहले लापता हुई नाबालिग बालिका को पुलिस ने महाराष्ट्र के सिल्लोड जिले के अंबा बिलोरी गांव से सकुशल दस्तयाब किया है। बच्ची को उसके पिता को सौंप दिया गया, इस दौरान पूरे परिवार की आंखें नम हो गईं।
दरअसल 15 फरवरी 2025 को निंबोला निवासी लाल सिंह नंदू ने थाना पहुंचकर अपनी नाबालिग बेटी के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एफआईआर नंबर 140/25 के तहत धारा 137(2) BNS में मामला दर्ज कर पुलिस ने बच्ची की तलाश शुरू की। पुलिस को कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले थे, जिसके आधार पर टीम ने लगातार जमीनी स्तर पर पड़ताल जारी रखी। आख़िरकार 28 मई को वह दिन आया, जब बच्ची को अंबा बिलोरी (जिला सिल्लोड, महाराष्ट्र) से दस्तयाब किया गया।
पुलिस की टीम ने बिना रुके की मेहनत
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पाटीदार, एएसपी अंतर सिंह कनेश और एसडीओपी नेपानगर निर्भय सिंह अलावा के निर्देशन में विशेष टीम गठित की गई थी। टीम का नेतृत्व थाना प्रभारी उप निरीक्षक राहुल कांबले और चौकी प्रभारी कमल मोरे ने किया। इन अधिकारियों के साथ प्रधान आरक्षक इमरान खान (398) और आरक्षक जितेंद्र (524) भी हर कदम पर सक्रिय रहे।
बच्ची को देखकर भावुक हुआ परिवार
बच्ची को जब सिल्लोड से वापस लाया गया और परिजनों के सुपुर्द किया गया, तो परिवार की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। पिता लाल सिंह ने कहा, पुलिस ने जो किया वो हम कभी नहीं भूल सकते। हमें हमारी बेटी मिल गई, इससे बड़ी बात कुछ नहीं।
ऑपरेशन मुस्कान बना राहत की उम्मीद
मध्यप्रदेश सरकार और पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देश पर चल रहे “ऑपरेशन मुस्कान” के तहत राज्य के सभी जिलों में गुमशुदा बच्चों की तलाश की जा रही है। बुरहानपुर पुलिस की यह कार्यवाही इसी अभियान का हिस्सा है और यह साबित करती है कि लगातार प्रयास और सही दिशा में काम किया जाए, तो नामुमकिन कुछ भी नहीं।