खकनार से उमेश मावस्कर की रिपोर्ट
बुरहानपुर जिले के खकनार क्षेत्र में एक कृषक ने आधुनिक तकनीक का उपयोग कर खेती को लाभकारी बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। किसान राहुल पवार ने फाइलों कंपनी द्वारा निर्मित एक स्मार्ट डिवाइस अपने खेत में लगाया है, जो खेती के लिए बेहद उपयोगी साबित हो रहा है।
डिवाइस की विशेषताएं
यह डिवाइस फसल की स्थिति का आकलन कर आठ दिन पहले ही मोबाइल पर जानकारी देता है, जैसे: किस पोषक तत्व की कमी है। कौन सी खाद और दवाइयों की आवश्यकता होगी। कितने पानी की जरूरत होगी। यह डिवाइस सोलर एनर्जी से चल सकता है। एक बार बैटरी चार्ज होने पर तीन महीने तक काम करता है। मिट्टी, मौसम और पोषक तत्वों के बारे में सटीक जानकारी किसानों को समय पर मिलती है। यह डिवाइस एक बार में 20 एकड़ खेत तक की जानकारी दे सकता है।
लागत और लाभ
इस डिवाइस की कीमत मात्र ₹50,000 है, जो इसकी कार्यक्षमता को देखते हुए किफायती है। फसलों को बीमारियों से बचाने में मदद। समय पर खाद और पानी का उपयोग, जिससे लागत कम और उत्पादन अधिक होता है। पर्यावरणीय दृष्टिकोण से सस्टेनेबल खेती को बढ़ावा।
किसान की राय
किसान राहुल पवार ने बताया कि उन्होंने पहले इस डिवाइस के काम को समझा और फिर इसे खेत में लगाया। यह डिवाइस फसल की संभावित बीमारियों के बारे में पहले ही सचेत कर देता है, जिससे पौधों को समय पर बचाया जा सकता है। खेत में लगी फसल में किस पोषक तत्व की किस खाद की किस दवाई की और पानी की कितनी आवश्यकता पड़ने वाली है आपके मोबाइल पर जानकारी दे देगा।
स्मार्ट एग्रीकल्चर, सकारात्मक संकेत
इस तरह की तकनीक न केवल किसानों को खेती में आत्मनिर्भर बना रही है, बल्कि कृषि को लाभकारी व्यवसाय में बदलने में भी मददगार है। सरकारी और निजी प्रयासों के साथ-साथ किसानों का तकनीक अपनाने का यह रुझान स्मार्ट एग्रीकल्चर की ओर सकारात्मक संकेत है।