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शिक्षिका का तबादला होने पर जनसुनवाई में शिकायत करने पहुंच गए चुलखान स्थित सरकारी स्कूल के बच्चे
बुरहानपुर। मैडम हमारी स्कूल में सालों से पढ़ा रही थी। उनका तबादला निंबोला कर दिया गया है। उन्होंने काफी बच्चों को शिक्षा से जोड़ा है। पहले हमारे गांव में पढ़ाई को लेकर इतनी जागरूकता नहीं थी जो मैडम ने यहां रहकर बढ़ाई है। अगर हमारी मैडम का तबादला नहीं रूका तो हम स्कूल नहीं जाएंगे।
यह कहना है कि चुलखान स्थित शासकीय नवीन माध्यमिक शाला के उन विद्यार्थियों का जो मंगलवार को शिक्षिका की फरियाद लेकर जनसुनवाई में पहुंचे थे। दरअसल काफी संख्या में छात्र-छात्राएं जनसुनवाई में पहुंचे और नारेबाजी की। शिकायत में विद्यार्थियों ने कहा शासकीय नवीन माध्यमिक शाला चुलखान में पदस्थ शिक्षिका रजनी मौर्य का अतिशेष में नाम आने पर ग्राम निंबोला तबादला हो गया। हमारी स्कूल से 4 शिक्षक स्थानांतरित हुए हैं। एक शिक्षक सेवानिवृत्त हुए हैं। जिसके कारण स्कूल में शिक्षकों की कमी हो गई है। इससे शिक्षण कार्य, व्यवस्थाएं प्रभावित हो रही है।
शिक्षिका के कारण बच्चे स्कूल जाने लगे
मुख्य शिक्षिका रजनी मौर्य का अतिशेष में नाम आने से पढ़ाई प्रभावित हो रही है। शिक्षिका 18 साल से पदस्थ थीं। उनके परिश्रम के कारण यहां बच्चे स्कूल जाने लगे। तड़वी पठान समाज बाहुल्य ग्राम होने से पहले यहां शिक्षा के प्रति जागरूकता नहीं थी। खासकर लड़कियां प्राथमिक शिक्षा के बाद ही शाला त्यागी हो जाती थी। शिक्षिका रजनी मौर्य के प्रयासों से लड़कियां आठवीं तक शिक्षा पूर्ण करने लगी। अब वह नजदीकी गांवों और बुरहानपुर में हायर सेकंडरी और उच्च स्तर की शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। इसलिए शिक्षिका को वापस शाला में पदस्थ किया जाना चाहिए। विद्यार्थियों ने कहा अगर शिक्षिका को वापस नहीं भेजा गया तो हम स्कूल नहीं जाएंगे।
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शासन स्तर से हुई है प्रक्रिया
चुलखान स्कूल में 268 बच्चे दर्ज हैं। वहां 5 शिक्षक पदस्थ हैं। रजनी मौर्य का अतिशेष में नाम था। उनका निंबोला स्कूल में तबादला हो गया है। यह शासन के नियमों के अनुसार ही किया गया है। स्कूली विद्यार्थी अगर नहीं मान रहे हैं तो हम इसे लेकर शासन से मार्गदर्शन लेंगे। बसाड़ में भी अतिशेष और उच्च प्रभार के कारण व्यवस्था बदली है। उसे भी सुधारा जाएगा।
– संतोष सिंह सोलंकी, डीईओ बुरहानपुर