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60 दिन में जांच करने के मिले थे निर्देष, कुछ माह पहले ही यूनेस्को ने विश्व हेरिटेज की अस्थायी सूची में कुंडी भंडारा को किया है शामिल
बुरहानपुर। मप्र हाईकोर्ट जबलपुर में दायर एक जनहित याचिका में हाईकोर्ट ने आदेश पारित किया था कि कुंडी भंडारा के मामले में एक कुंडी की जांच कर 60 दिन में स्थिति स्पष्ट की जाए। इसे लेकर नगर निगम की ओर से शिकायतकर्ता बलीराम धुर्वे को पत्र जारी कर 9 जुलाई को बुलाया गया है ताकि जहां कुंडी स्थित है उसकी जांच की जा सके।
दरअसल इसे लेकर बलीराम धुर्वे निवासी इंदिरा कॉलोनी ने हाईकोर्ट में निरंजन नागर आदि के खिलाफ याचिका दायर की थी। जिसमें कहा गया था कि श्रीकृष्ण मंगल परिसर में राष्ट्रीय धरोहर कुंडी भंडारा की एक कुंडी थी जिसे नष्ट कर दिया गया है। इस मामले में हाईकोई ने 15 मई 24 को आदेश पारित किया जिसकी जांच कलेक्टर द्वारा की जा रही है। बुरहानपुर में राष्ट्रीय ऐतिहासिक धरोहर होने से इसे न तो नष्ट किया जा सकता है न ही क्षतिग्रस्त किया जा सकता है। कुंडी भंडारे की कुंडियां जिले में विभिन्न स्थानों पर है। इसे लेकर नगर निगम, तहसीलदार, सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत की गई थी। जब शिकायतों का निराकरण नहीं किया गया तो पीड़ित ने हाईकोर्ट में पिटीशन लगाई। शिकायत के अनुसार श्रीकृष्ण मंगल परिसर में कुंडी जिस स्थान पर थी वहां कुंडी के पास एक बेलपत्र का वृक्ष भी काफी समय से मौजूद है, लेकिन कुंडी को नष्ट कर दिया गया। अब हाईकोर्ट के आदेश पर कुंडी वाले स्थान की खुदाई कर उसका निरीक्षण किया जाएगा।
नगर निगम की ओर से यह पत्र भेजा गया
नगर निगम आयुक्त की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गय कि आपके द्वारा शिकायत की गई थी कि निरंजन नागर मंगल परिसर मालिक लालबाग रोड द्वारा मंगल परिसर लालबाग रोड परिसर में स्थित कुंडी भंडारा के विश्व ऐतिहासिक धरोहर कुआ के बेल पत्री के पास से पूर्ण रूप से तोड़ फोड़कर व नष्ट कर क्षतिग्रस्त किया गया है। इसलिए शिकायत के संबंध में निगम यंत्री द्वारा स्थल निरीक्षण किया गया है। वर्तमान में स्थल पर किस स्थान पर कुंडी बनी हुइ यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है व किसी प्रकार कोई साक्ष्य भी दिखाई नहीं दे रहा है। इस संबंध में आप स्वयं उपस्थित होकर निगम यंत्री को साथ में स्थल निरीक्षण कराएं ताकि आपके द्वारा की गई शिकायत का निराकरण किया जाए।
फोटो भी उपलब्ध कराए गए, फिर भी नगर निगम को स्पॉट नहीं मिला
खास बात यह है कि शिकायतकर्ता ने शिकायत के साथ ही स्थान के फोटो भी उपलब्ध कराए थे, लेकिन नगर निगम की ओर से पत्र लिखकर कहा गया कि हमें स्पॉट नहीं मिल रहा है, जबकि कईं लोगों को इसकी जानकारी है कि वहां कुंडी हुआ करती थी, लेकिन उसे दबा दिया गया। अब जांच के बाद सारी स्थिति स्पष्ट होगी।
यूनेस्को ने विश्व हेरिटेज की अस्थायी सूची में कुंडी भंडारा को किया है शामिल
खास बात यह है कि कुछ माह पहले ही यूनेस्को ने बुरहानपुर शहर के कुंडी भंडारा को अस्थायी सूची में शामिल किया है। इस अस्थायी सूची में शामिल किए जाने का मतलब होता है कि आने वाले समय में यूनेस्को इसे विश्व हेरिटेज की सूची में शामिल कर सकता है। लंबे समय से इसकी कवायद चल रही है। अगर ऐसा होता है तो बुरहानपुर का नाम प्रमुख रूप से विश्व पटल पर आएगा। यहां पर्यटन की संभावनाएं काफी अधिक बढ़ जाएंगी। ऐतिहासिक धरोहर होने से इसकी कुंडियों को नुकसान पहुंचाना अपराध है।