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कार्रवाई की भनक लगते ही बस स्टैंड से गायब हुई अधिकांश बसें, नेहरू स्टेडियम के पास अलग अलग स्थानों पर खड़ी नजर आई
बुरहानपुर। भोपाल में हुए हादसे से सबक लेकर बुरहानपुर का परिवहन महकमा दो दिनों से यात्री बसों की जांच कर रहा है, लेकिन कहीं न कहीं यह कार्रवाई केवल दिखावा साबित हो रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि बुधवार दोपहर में जब परिवहन विभाग का अमला यातायात पुलिस के साथ बस स्टैंड पर कार्रवाई के लिए पहुंचा तो यहां से अधिकांश बसें नदारद थी। जबकि प्रतिदिन यहां काफी संख्या में बसें नजर आती है। वहीं परिवहन विभाग की कार्रवाई के दौरान अफसर खुद ही बस संचालकों का पक्ष लेते नजर आए। दरअसल जिन बसों के कागज पूरे नहीं मिले उनके कागज बुलवाने की बजाए टीम ने उनके चालान बना दिए। खास बात यह है कि परिवहन अफसरों को यह बताने के बाद भी कि बसें दूसरे स्थानों पर संचालकों ने खड़ी करा दी है, परिवहन अफसर वहां नहीं पहुंचे।
गौरतलब है कि तीन दिन पहले भोपाल में हुए एक हादसे के बाद प्रदेश सरकार ने प्रदेशभर में कार्रवाई अभियान चलाने को कहा है, लेकिन बुरहानपुर जिले में इसे लेकर केवल औपचारिकता ही पूरी की जा रही है। बुधवार को कार्रवाई के डर से अधिकांश बस संचालकों ने अपनी बसें बस स्टैंड से हटा ली। कुछ बसें नेहरू स्टेडियम ग्राउंड के पास अलग अलग स्थानों पर खड़ी नजर आई जबकि बस स्टैंड पर गिनती की बसें ही दिखी। वहीं आम दिनों में यहां बसों की संख्या करीब 40-50 होती है। इसके साथ आसपास के जिलों और ग्रामीण क्षेत्रों से भी बसें यहां आती है, लेकिन जब तक कार्रवाई चली तब तक यहां सन्नाटा ही नजर आया। जिन बसों के दस्तावेज कम्पलीट नहीं मिले उनकी चालानी कार्रवाई बिना दस्तावेज बुलाए ही कर दी गई।
बसों के दस्तावेज जांचें बिना चालान
परिवहन विभाग और यातायात पुलिस की टीम बस स्टैंड पर केवल औपचारिकता ही करती नजर आई। जो बस चालक दस्तावेज नहीं दिखा पा रहा थ उनके चालान बनाकर उन्हें रवाना कर दिया गया। जबकि कुछ बस संचालकों ने अलग अलग स्थानों पर बसें खड़ी करवाकर कार्रवाई से बचने का प्रयास किया। परिवहन विभाग इस तरह की कार्रवाई हमेशा किसी न किसी हादसे के बाद करता है। इसके बाद ढर्रा पुराने तरीके से ही चलता रहता है। खास बात यह है कि बुरहानपुर जिले में लंबे समय से परिवहन अधिकारी ही नहीं है। खंडवा के परिवहन अधिकारी के पास ही यहां का प्रभार है। नेपानगर, खकनार सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी काफी संख्या में कंडम बसें चलती है, लेकिन वहां भी परिवहन विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जाती।
वर्जन-
आठ बसों पर की कार्रवाई
आज भी वाहनों के दस्तावेज चेक किए गए। जिन बस संचालकों द्वारा ज्यादा किराया लिया जा रहा है उनके चालान बनाए गए हैं। ओवरलोडिंग पर भी कार्रवाई की गई है। 20 बसों की जांच की गई जिसमें से आठ पर कार्रवाई की गई। बाकी के दस्तावेज पूरे पाए गए। उन्होंने कहा कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
– प्रीतम सिंह ठाकुर, सब इंस्पेक्टर परिवहन विभाग