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भारत-ब्रिटेन साझेदारी अब लिविंग-ब्रिज, टेक्नोलॉजी, इनोवेशन और नॉलेज पार्टनरशिप पर केन्द्रित – डॉ. यादव
भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को लंदन स्थित ब्रिटिश संसद का दौरा किया और ब्रिटिश सांसदों के साथ औपचारिक दोपहर भोज में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने भारत-ब्रिटेन के मजबूत संबंधों और भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा की।
मुख्यमंत्री ने कहा: भारत-ब्रिटेन साझेदारी “लिविंग-ब्रिज
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विजन ने भारत और ब्रिटेन को एक “लिविंग-ब्रिज” में बदल दिया है। यह साझेदारी केवल इतिहास से जुड़ी नहीं है, बल्कि इनोवेशन, टेक्नोलॉजी और नॉलेज-शेयरिंग के माध्यम से भविष्य को भी दिशा दे रही है।
ब्रिटिश सांसदों के साथ विचार-विमर्श
दोपहर भोज में शामिल ब्रिटिश सांसदों में सुश्री बैरोनेस वर्मा, बॉब ब्लैकमैन, लार्ड कुलवीर सिंह रेंजर, वीरेंद्र शर्मा, और बैरी गार्डनर शामिल थे। मुख्यमंत्री ने उन्हें मध्यप्रदेश की उपलब्धियों और विकास के क्षेत्रों के बारे में जानकारी दी।
मुख्यमंत्री का जोर:
कृषि और व्यवसाय: मध्यप्रदेश में कृषि-व्यवसाय और फार्मास्युटिकल सेक्टर में निवेश की व्यापक संभावनाएं हैं।
आईटी और ऑटोमोबाइल: ऑटो-कंपोनेंट्स और आईटी सेक्टर में राज्य का बढ़ता योगदान।
दोहरे अंकों की विकास दर: मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश की अर्थव्यवस्था तेजी से विकास कर रही है।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का निमंत्रण
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ब्रिटिश सांसदों को फरवरी 2025 में भोपाल में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में शामिल होने का निमंत्रण दिया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह समिट भारत-ब्रिटेन संबंधों को और प्रगाढ़ बनाएगी। मुख्यमंत्री ने ब्रिटिश संसद की ऐतिहासिक लोकतांत्रिक परंपरा को सराहा। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री मोदी के “वैश्विक साझेदारी” के दृष्टिकोण से प्रेरित बताया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की यूके यात्रा भारत और ब्रिटेन के बीच कूटनीतिक और व्यावसायिक संबंधों को नए स्तर पर ले जाने का प्रतीक है। इस दौरे से मध्यप्रदेश को अंतरराष्ट्रीय निवेश आकर्षित करने में मदद मिलेगी और दोनों देशों के बीच एक नई साझेदारी की शुरुआत होगी।