बुरहानपुर। मकर संक्रांति के अवसर पर निंबोला थाना क्षेत्र में अवैध हेलों की लड़ाई के आयोजन पर पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए 17 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन आरोपियों में 8 हेला मालिक और 9 आयोजनकर्ता शामिल हैं।
क्या है मामला?
15 जनवरी को मचलपुरा क्षेत्र में संक्रांति मेले के दौरान हेलों की टक्कर का आयोजन किया गया। यह आयोजन मचलपुरा में मजार के पास हुआ, जहां निंबोला, मगरूल, झिरी, चुलखान और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए। पुलिस की चेतावनी और समझाइश के बावजूद आयोजनकर्ता लोगों को जुटाते रहे। इस अवैध आयोजन का यातायात पर गंभीर असर पड़ा। इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर करीब दो घंटे तक जाम की स्थिति रही। वाहन चालकों और यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। पुलिस ने मेले और आयोजन की वीडियोग्राफी कराई।
पुलिस की कार्रवाई
निंबोला थाना पुलिस ने 17 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इनमें आयोजनकर्ता- सुरेंद्र महाजन, कमलेश पाटिल, अकबर तड़वी, गणेश चौधरी, इकबाल तड़वी, बशीर खान, शेख रफीक, दीपक महाजन, कैलाश सावले, हेला मालिक- पीयूष पाटिल, अमोल महाजन, कुणाल वर्मा, सत्तु बृजलाल, शब्बीर पठान, गोविंद महाजन, कुल्लु रमजान तड़वी, शकील फकीरा
अनुमति का दुरुपयोग
आयोजनकर्ताओं ने ग्राम मचलपुरा में मजार के पास मेला आयोजित करने की अनुमति एसडीएम बुरहानपुर से ली थी। अनुमति का समय दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक। सामान्य मेले का आयोजन करना था। हालांकि, मेले की आड़ में हेलों की क्रूर लड़ाई का आयोजन किया गया।
जिले में हेलों की लड़ाई पर प्रतिबंध
बुरहानपुर जिले में हेलों की लड़ाई पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। इससे पहले शाहपुर और नेपानगर में भी इस प्रकार के अवैध आयोजनों पर पुलिस कार्रवाई कर चुकी है। पुलिस ने कहा कि अवैध और हिंसात्मक आयोजनों को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।