-
अब उर्स के मौके पर बोरी खुर्द में हुई हेलों की टक्कर, टीआई बोले- दर्ज करेंगे एफआईआर
बुरहानपुर। जिले में विभिन्न अवसरों पर हेलों की टक्कर कराने की परंपरा है। दूसरी तरफ हर बार पुलिस द्वारा मना करने के बाद भी हेलों की टक्कर होने पर आयोजक और हेला मालिकों पर कार्रवाई की जा रही है। रविवार को बोरी खुर्द में हुई टक्कर के बाद पुलिस ने कहा यहां आयोजन करने वाले लोगों और हेला मालिकों पर भी केस दर्ज करेंगे।
गौरतलब है कि ग्राम पंचायत नसीराबाद के तहत आने वाले ग्राम बोरी खुर्द में रविवार को चांद शाह वली बाबा के उर्स के अवसर पर मेला समिति द्वारा हेलों की टक्कर कराई गई। इसे देखने के लिए यहां करीब 4-5 हजार लोग पहुंचे। करीब 100 से अधिक हेले शामिल हुए जिनमें से करीब 30 जोड़ियों के बीच मुकाबला हुआ। बेली घाट परिसर में दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक हेलों की टक्कर का आयोजन हुआ। इस दौरान पुलिस ने आयोजकों को समझाईश भी दी, लेकिन नहीं मानने पर इसकी वीडियो रिकार्डिंग भी की गई। इससे पहले 15 जनवरी को भी एक आयोजन के बद पुलिस ने 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था।
कईं बार मची भगदड़ की स्थिति
खास बात यह रही कि इस दौरान कईं बार भगदड़ की स्थिति भी मची। जिसमें दो तीन लोगो को मामूली चांटें भी आई है। शाम 5 बजे तक यह आयोजन चलता रहा। इस दौरान निंबोला थाना पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस ने हेलों की टक्कर की पूरी निगरानी की। निंबोला थाना प्रभारी राहुल कामले ने बताया बोरी खुर्द में आज हेलों की टक्कर का आयोजन हुआ। पुलिस ने समझाईश दी थी। मामले केस दर्ज करेंगे।
अब तक नेपानगर, निंबोला, शाहपुर और खकनार पुलिस दर्ज कर चुकी है 6 से ज्यादा केस
मेले की परमिशन लेकर हेलों की टक्कर कराए जाने के मामले में अब तक 4 थानों की पुलिस 6 से अधिक एफआईआर दर्ज कर चुकी है। नवंबर 24 में शाहपुर पुलिस ने 20 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। इसमें 9 आयोजक और 11 हेला मालिक शामिल थे। इससे पहले भी यहां एक बार हेलों की टक्कर होने पर भगदड़ मची थी तब शाहपुर पुलिस ने 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। 1 जनवरी को नेपानगर पुलिस ने भी केस दर्ज किया था वहीं खकनार थाना पुलिस भी 19 जनवरी 25 को 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर चुकी है। कुछ दिनों पहले ही 15 जनवरी 2025 को निंबोला थाना पुलिस ने भी क्षेत्र के मचलपुरा में मेले की अनुमति लेकर हेलों की टक्कर कराए जाने के मामले में 17 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था इसमें 8 हेला मालिक और 9 आयोजक शामिल थे। जिले में हेलों की टक्कर प्रतिबंधित है। इसके बाद भी विभिन्न आयोजनों के दौरान हेला टक्कर कराई जाती है। वहीं पुलिस द्वारा लगातार इन मामलों में आयोजकों और हेला मालिकों के खिलाफ केस दर्ज किए जा रहे हैं।