-
अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री, राजस्व मंत्री सहित अन्य अफसरों के नाम सौंपा ज्ञापन
बुरहानपुर। बुरहानपुर तहसील के प्रभारी तहसीलदार रामलाल पगारे और उनके रीडर अशोक कुशवाह के खिलाफ एक वकील ने शिकायत की है। अधिवक्ता का आरोप है कि तहसील कार्यालय में दादागिरी हो रही है। अधिवक्ताओं को धारा 353 के तहत झूठी शिकायत कर जेल भेजने की धमकी दी जा रही है। नामांतरण प्रकरण में दलालों के काम पहले हो रहे हैं।
मंगलवार को वकीलों ने प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की। साथ ही एक वकील ने यह शिकायत भी सौंपी है। जिसमें कहा गया कि प्रभारी तहसीलदार रामलाल पगारे, रीडर अशोक कुशवाह द्वारा प्रकरणों में विलंब किया जा रहा है। वकीलों के साथ प्रभारी तहसीलदार द्वारा अभद्र व्यवहार किया जा रहा है। वर्तमान में अधिवक्ताओं के कईं प्रकरण लंबित चल रहे है। जिनका निराकरण नहीं किया जा रहा है।
2 से 3 हजार रूपए की करते हैं मांग
शिकायत में कहा गया कि तहसीलदार द्वारा एक प्रकरण में 3 हजार और उनके रीडर द्वारा 2 हजार रूपए की मांग की जा रही है। नहीं देने पर उनके द्वारा कहा जाता है कि आपके किसी प्रकरण का निराकरण नहीं किया जाएगा।
सीएम हेल्पलाइन में तहसीलदार की शिकायत
अधिवक्ता अनूप कुमार यादव ने कहा 5 सितंबर 23 को प्रभारी तहसीलदार रामलाल पगारे और उनके रीडर अशोक कुशवाह की शिकायत सीएम हेल्प लाइन पर की है। तब से वह मुझ पर दबाव बना रहे हैं और धमकी दे रहे हैं। कहा जा रहा है कि तुम्हारे खिलाफ धारा 353 के तहत झूठी शिकायत कर जेल भिजवा देंगे। इससे पहले भी मैंने कुछ वकीलों की झूठी शिकायत कर उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाए हैं। धमकी दी जाती है कि तुम्हारी वकालत खत्म कर देंगे। इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें निलंबित किया जाए।
और इधर…..।
अधिवक्ताओं ने की प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग, राज्यपाल, प्रधानमंत्री के नाम डिप्टी कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
बुरहानपुर। सालों से अधिवक्ताओं द्वारा अधिवक्ताओं के संरक्षरण के लिए प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की जा रही है। इसे लेकर मंगलवार दोपहर जिला अधिवक्ता संघ के माध्यम से डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के नाम सौंप गए ज्ञापन में जिला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष यूनुस पटेल, सचिव विनोद कुमार काले, उपाध्यक्ष मनोज कुमार मेहरा, सह सचिव भूपेंद्र कुमार जूनागढ़े सहित अन्य अधिवक्ताओं ने कहा- कईं सालों से अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की जा रही है, लेकिन आज तक एक्ट लागू नहीं किया गया। आए दिन देखने में आता है कि अधिवक्ताओं के साथ किसी न किसी प्रकार की घटना होती है इसलिए एक्ट लागू होना जरूरी है। देश के कईं राज्यों में अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया गया है। कईं राज्यों में एक्ट लागू करने की प्रक्रिया जारी है। बुरहानपुर के अधिवक्ताओं के साथ भी अपराधिक कृत्य सहित अभद्र व्यवहार किए जाने की शिकायतें प्राप्त हो रही है। एक अधिवक्ता के ऑफिस में जाकर उसे धमकाने की जानकारी भी सामने आई है। इसलिए अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाना जरूरी है।