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आचार संहिता लगने से पहले 10 की बजाए 4 तारीख को डाल दी गई 1250 रूपए की राशि
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बोले, सिंधी समाज के लोगों को बनाकर दी जाएगी दुकानें, निविदा जारी, कहा- आगे चलकर 3 हजार रूपए तक बहनों के खातों में डालेंगे
बुरहानपुर। स्थानीय रेणुका माता कृषि उपज मंडी परिसर में बुधवार को लाड़ली बहना सम्मेलन हुआ जिसे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने जिले के 3.97 करोड़ के विकास कार्यों का भूपिूजन, लोकापर्ण किया। प्रदेश की 1.31 करोड़ महिलाओं के खातों में 1597 करोड़ की राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से अंतरित की। सम्मेलन में हजारों की संख्या में आसपास के जिलों से भी महिलाएं पहुंची। मुख्यमंत्री ने सभी को संकल्प भी कराया कि जो आपका काम कर रहा है उसका साथ आपको देना है। आचार संहिता के कारण सीएम ने 10 की बजाए 4 तारीख को ही बहनों के खातों में पैसा डाल दिया। साथ ही कहा एक बार और चुपके से डाल दूंगा फिर चुनाव के बाद।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महिलाओं से पूछा- मैं कैसी सरकार चला रहा हूं, अच्छी चला रहा हूं कि बुरी चला रहा हूं। इन कामों को आगे बढ़ाएं। मामा के साथ चलें। भाजपा के साथ चलें। जो हमारे काम करता है उसे आशीर्वाद दें। दुबला पतला हूं, लेकिन लड़ने में तेज हूं। दुनिया से जाने से पहले इतना कर जाउंगा कि मां बहनों के साथ कोई हरकत करने की किसी की हिम्मत भी नहीं होगी।
मैं परिवार की बेहतरी के लिए काम करता हूं
सीएम ने कहा- बहन, बेटियों के बिना देश आगे नहीं बढ़ सकता। उन्हें आदर, सम्मान दो। देवता वहीं निवास करेंगे जहां मां, बहन और बेटी का सम्मान होगा। पूरा मप्र मेरा परिवार है। मैं सरकार नहीं परिवार चलाता हूँ। परिवार की बेहतरी के काम करता हूं। मैं वचन देता हूं कि तुमने आरती उतारकर दीपक जलाकर भाई का स्वागत किया मैं आपकी जिंदगी में कभी अंधेरा नहीं रहने दूंगा। प्रदेश की बहनों को आज शिवराज वचन देता है। महिला सशक्तिकरण की आवाज हूं मैं शिवराज हूं। यह मेरी जिंदगी का मिशन है। जब मैं यह कहता हूं तो अंतरात्मा से कहता हैं। तुम्हीं में लक्ष्मी, सरस्वती दिखाई देती है। मैं बेटियों को बोझ नहीं वरदान बना दूं शायद इसलिए भगवान ने भेजा। अपनी बहनों को मैं मजबूर नहीं रहने दूं। मजबूत बना दूं। इसलिए भेजा।
मासूम के साथ दुराचार करने वाले को फांसी के फंदे पर लटका दिया जाएगा
यह मप्र की धरती है। किसी मासूम बेटी के साथ कोई दुराचार करेगा तो सीधे फांसी के फंदे पर लटका दिया जाएगा। हमने बीच में देखा बेटियों ने दुःखों का पहाड़ सहा। कोख को कत्लखाना बना दिया। बेटियों की संख्या घट गई। बेटी को बोझ मानता है समाज। बेटी नहीं बचाओगे तो बहू कहां से लाओगे। इस दौरान प्रभारी मंत्री प्रेमसिंह पटेल, सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस, नेपानगर विधायक सुमित्रा कास्डेकर, महापौर माधुरी अतुल पटेल, जिलाध्यक्ष मनोज लधवे, बाल संरक्षण आयोग अध्यक्ष दविंद्र मोरे, जिला पंचायत अध्यक्ष गंगाराम मार्को, युवा नेता हर्षवर्धन सिंह चौहान सहित अन्य मौजूद थे।
पुलिस में महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत आरक्षक देंगे
मुख्यमंत्री ने कहा- पुलिस में 35 प्रतिशत भर्ती बेटियों की भर्ती करूंगा। वह गुंडों का मुकाबला करेंगी। शिक्षकों में 50 प्रतिशत भर्ती करेंगे। लोग कहते हैं फ्री में बांट रहा है। मैं बांटुगा यह बहनों का हक है। क्यों परेशान हो रहे हो भाई। उनके चेहरे पर मुस्कुराहट आने दो तुम्हें तकलीफ क्या है। जब तक जिउंगा मेरी सांस तुम्हारे लिए चलेगी। लाड़ली बहना योजना ने जिंदगी बदली है। बहनों का कहना है कि हमारे घर में हमारी इज्जत बढ़ गई है। मैंने पैसा नहीं दिया बहनों का सम्मान बढ़ाया है। 15 हजार करोड़ सालभर के लगते हैं। एक हजार देने पर। पैसे की व्यवस्था कर रहा हूं। आज से 1250 कर दिया और व्यवस्था करूंगा। जलने वाले जला करें। व्यवस्था होते ही 1500 रूपए महीना, फिर 1750 करूंगा। फिर 2 हजार, 2250, फिर 2500, 2750 और आखिरी में 3 हजार रूपए दूंगा।
महिलाओं की आय 10 हजार तक करूंगा
मुख्यमंत्री ने कहा-मेरी आत्मा को ठंडक तब ही मिलेगी जब तुम्हारे घर 3 हजार रूपए महीना पहुंचाउंगा। मान सम्मान के साथ जिएंगे। दो लाख हेक्टेयर केला का मुआवजा देने का प्रावधान हमने किया।फसल बीमा भी कराउंगा। बहनों की आमदनी 10 हजार रूपए करवाउंगा। और यह होगा। असंभव नहीं है। यह मेरा मिषन है। मैं इसीलिए पैदा हुआ हूं। एक हजार बेटों पर एक हजार बेटी पैदा हो वह दिन मेरे लिए संतोष का होगा। तुम्हे मेरा साथ देना पड़ेगा। साथ का मतलब संगठित हों। अगर तुम सब मेरे साथ खड़ी हो गई तो दुनिया में कोई ताकत नहीं कि कोई योजना बंद कर सके। आचार संहिता लग जाती तो डाल नहीं पाता। इसलिए आज डाल दी। चुनाव के बाद लगातार पैसा लगातार डलते रहेंगे। बुरहानपुर में दुकानें जली थी। उसकी निविदा निकाल दी गई है। जो पैसा बचेगा। केले के लिए फसल बीमा योजना सुनिष्चित की जाएगी। ताप्ती मेगा रिचार्ज योजना को भी मूर्तरूप दिया जाएगा।