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भाजपा ने पांचवीं सूची में घोषित किया नाम, 2018 के चुनाव में 5120 वोटों से चुनाव हारी थीं चिटनीस
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नेपानगर विधानसभा से भी 5 साल के गेप के बाद फिर से मंजू दादू पर जताया गया भरोसा
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टिकट घोषित होने के बाद समर्थकों में नजर आया उत्साह का माहौल, चुनावी सरगर्मी बढ़ी
बुरहानपुर। भाजपा ने शनिवार शाम विधानसभा प्रत्याशियों की सूची घोषित की। बुरहानपुर विधानसभा से पूर्व मंत्री व भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अर्चना चिटनीस को दावेदार बनाया गया है। वहीं नेपानगर विधानसभा से पूर्व विधायक मंजू दादू को टिकट मिला। 2018 की तरह इस बार भी पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस और निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह के बीच मुख्य मुकाबला होगा। पिछली बार चिटनीस 5120 वोटों से सुरेंद्र सिंह से चुनाव हारी थीं। वहीं नेपानगर विधानसभा के समीकरण अचानक बदल गए। अब तक वर्तमान विधायक सुमित्रा कास्डेकर को टिकट मिलने के कयास चल रहे थे, लेकिन जैसे ही सूची जारी हुई पता चला कांग्रेस छोड़कर आई सुमित्रा कास्डेकर से भाजपा ने किनारा कर लिया।
शनिवार को शाम करीब 4.30 बजे सूची जारी होते ही समर्थकों में उत्साह का माहौल नजर आया। पूर्व मंत्री और भाजपा प्रदेश प्रवक्ता के निवास पर काफी संख्या में कार्यकर्ता जमा हुए और आतिशबाजी की गई। इस दौरान एक नारी सब पर भारी के नारे लगे।
ऐसे समझें विधानसभावार गणित-
नेपानगर विधानसभा- सुमित्रा कास्डेकर से भाजपा ने किया किनारा, फिर मंजू दादू पर लगाया दावं
नेपानगर विधानसभा से इस बार फिर भाजपा ने मंजू दादू पर विश्वास जताया। जबकि पार्टी छोड़कर भाजपा में आई सुमित्रा कास्डेकर का टिकट कट गया। टिकट फाइनल होते ही राजनीतिक समीकरण भी बदल गए। अब तक सुमित्रा कास्डेकर की दावेदारी पुख्ता मानी जा रही थी, लेकिन जैसे ही बुरहानपुर विधानसभा का टिकट फाइनल हुआ वैसे ही नए समीकरण बन गए। मंजू दादू ने पिछली बार पार्टी के कहने पर चुनाव नहीं लड़ा था। वहीं कांग्रेस से गेन्दु बाई उम्मीदवार है। यह क्षेत्र के लिए नया चेहरा है।
बुरहानपुर विधानसभा- फिर से आमने सामने आए चिटनीस और ठाकुर सुरेंद्र सिंह
इस बार फिर से पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस और निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह आमने सामने आ गए है। 2018 में पूर्व मंत्री चिटनीस को ठाकुर सुरेंद्र सिंह ने 5120 वोटों से पराजित किया था। इस बार फिर यही जोड़ी रिपीट हुई है। खास बात यह है कि पूर्व मंत्री को टिकट के लिए इस बार काफी अधिक प्रयास करने पड़े तो वहीं कांग्रेस से सुरेंद्र सिंह को टिकट तो मिल गया, लेकिन विरोध के स्वर लगातार गूंज रहे हैं।
और इधर-
नेपानगर विधानसभा में जगह जगह पुतला दहन, गृह ग्राम में ही गेन्दु बाई का हो रहा विरोध
नेपानगर 179 सीट से घोषित कांग्रेस प्रत्याशी गेन्दू बाई का लगातार विरोध हो रहा है। एक दिन पहले खकनार, डेढ़ तलाई में जिला कांग्रेस प्रभारी का पुतला दहन किया गया था तो वहीं शनिवार को काफी संख्या में कांग्रेसी नेपानगर के अंबेडकर चौराहे पर जमा हुए और आक्रोश जताया। साथ ही पुतला भी दहन किया। वहीं खुद गेन्दू बाई के गृह ग्राम बोरी धुलकोट में उनके घर से कुछ दूरी पर पुतला दहन किया गया। साथ ही नारेबाजी की गई। गुरुवार को कांग्रेस की दूसरी सूची जारी होते ही बुरहानपुर के बाद नेपानगर विधानसभा में बगावत छिड़ गई। कार्यकर्ता बगावत पर उतर आए हैं। 3 माह पूर्व ही कांग्रेस में आई गेन्दु बाई का लगातार विरोध हो रहा है। इसी का विरोध करते हुए जो कांग्रेसी सालों से दौड़ में लगे है उनमें आक्रोश है। उनका कहना टिकट सर्वे के आधार पर नहीं बल्कि मनमानी के आधार पर हुआ है। इसे लेकर 23 अक्टूबर को कांग्रेस नेता प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ से मिलकर टिकट में बदलाव की मांग करेंगें।