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कलेक्टर ने मोहम्मदपुरा, निम्बोला, सुखपुरी औद्योगिक क्षेत्रों का किया भ्रमण
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आधुनिक तकनीकियों को अपनाकर बढ़ रहा है कपड़ा उद्योग
बुरहानपुर। मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में कपड़ा उद्योग के तेजी से बढ़ते कदमों ने आर्थिक विकास को एक नई दिशा दी है। जिले में कपड़ा उद्योग के विस्तार और विकास को और गति देने के उद्देश्य से नवागत कलेक्टर हर्ष सिंह ने औद्योगिक क्षेत्रों का भ्रमण किया। उन्होंने विभिन्न इकाइयों का दौरा कर उद्योगों की कार्यप्रणाली को समझा और उनके विकास की संभावनाओं पर प्रकाश डाला।
स्पिनिंग मिल का आधुनिकरण और विस्तार
कलेक्टर हर्ष सिंह ने सबसे पहले कृष्णा स्पिनिंग मिल और आर्या स्पिनटेक प्राइवेट लिमिटेड स्पिनिंग मिल का निरीक्षण किया। उन्होंने स्पिनिंग मिलों में होने वाली प्रक्रियाओं, उत्पादों की गुणवत्ता, उत्पादन क्षमता और निर्यात गतिविधियों पर चर्चा की। इन इकाइयों के संचालकों ने कलेक्टर को जिले के कपड़ा उद्योग की मौजूदा स्थिति और इसमें अपनाई जा रही आधुनिक तकनीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने सुझाव दिया कि उत्पादन की दक्षता बढ़ाने के लिए मशीनों के आधुनिकीकरण पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
डाईंग, प्रिंटिंग और ब्लीचिंग: गुणवत्ता में सुधार की दिशा में कदम
इसके बाद कलेक्टर श्री सिंह ने बीटी इंडस्ट्रीज का दौरा किया, जहां विविंग, प्रोसेसिंग (डाईंग, प्रिंटिंग, ब्लीचिंग) का कार्य किया जाता है। उन्होंने साड़ी, शर्ट के कपड़े, गमछा और धोती के उत्पादन से जुड़ी प्रक्रियाओं का सूक्ष्म अवलोकन किया। उन्होंने सुझाव दिया कि उत्पाद की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए नए अनुसंधान और नवाचारों को अपनाया जाए।
आधुनिक तकनीकों से बढ़ता कपड़ा उद्योग
कलेक्टर हर्ष सिंह ने कहा कि जिले में कपड़ा उद्योग तेजी से विकसित हो रहा है और यह क्षेत्र जिले की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने आधुनिक तकनीकों को अपनाने पर जोर दिया और उद्योगों की सराहना करते हुए इनके विकास की अपार संभावनाएँ बताईं। उन्होंने उद्यमियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि डिजिटलाइजेशन और ऑटोमेशन को अपनाने से उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी।
पावरलूम क्लस्टर: रोजगार और आर्थिक प्रगति का केंद्र
कलेक्टर ने ग्राम मोहम्मदपुरा में निर्माणाधीन पावरलूम क्लस्टर का अवलोकन किया और इसकी प्रगति की जानकारी ली। यह क्लस्टर 18.75 एकड़ भूमि में 12.92 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित किया जा रहा है, जिसमें 64 इकाइयाँ प्रस्तावित हैं। इससे लगभग 4,000 नागरिकों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने निर्देश दिए कि इस क्लस्टर का निर्माण शीघ्र पूरा किया जाए ताकि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मिल सके।
टेक्सटाइल क्लस्टर: उद्योगों के समक्ष चुनौतियाँ और समाधान
ग्राम सुखपुरी में स्वीकृत टेक्सटाइल क्लस्टर के निरीक्षण के दौरान, कलेक्टर ने टेक्सटाइल क्लस्टर एसोसिएशन के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। उन्होंने निर्माण में आ रही समस्याओं को सुना और आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया। यह क्लस्टर 63.06 हेक्टेयर में विकसित किया जा रहा है, जिसमें 225 इकाइयों द्वारा लगभग 840 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश किया जाएगा। इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से करीब 7,600 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
निम्बोला टेक्सटाइल क्लस्टर: भविष्य की योजनाएँ
भ्रमण के दौरान कलेक्टर श्री सिंह ने ग्राम निम्बोला में स्वीकृत टेक्सटाइल क्लस्टर का भी निरीक्षण किया और उद्योग विभाग को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। यह क्लस्टर फेयरडील एक्सपोर्टर्स को.आ. सोसायटी लिमिटेड द्वारा विकसित किया जा रहा है, जिसमें लगभग 127 इकाइयाँ स्थापित की जाएँगी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के शीघ्र क्रियान्वयन से स्थानीय उद्यमियों को बढ़ावा मिलेगा और निवेश का नया मार्ग खुलेगा।
एक समृद्ध भविष्य की ओर
कलेक्टर हर्ष सिंह का यह दौरा बुरहानपुर जिले के कपड़ा उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने उद्योगों की वर्तमान स्थिति का जायजा लिया और इनके विकास के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया। इस पहल से जिले में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, उत्पादन में वृद्धि होगी और बुरहानपुर को कपड़ा उद्योग के एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करने में सहायता मिलेगी।