-
वन अफसर बोले, एक बार ही केवल ग्रामीणों को दिखा था बाघ, पगमार्क मिलने के बाद से अब तक नजर नहीं आया
-
रेंजर ने कहा, आगे भी जारी रखी जाएगी सर्चिंग
बुरहानपुर। नेपानगर क्षेत्र के ग्राम रतागढ़ में रात के समय ग्रामीणों को बाघ के दहाड़ने की आवाजें आ रही है। यह बात ग्रामीण बार बार वन विभाग को बता रहे हैं, लेकिन 18 दिन से लगातार सर्चिंग करने के बाद भी बाघ एक पहेली बना हुआ है। अब वन अफसर क्षेत्र में लगातार सर्चिंग जारी रखने की बात कही है।
नेपानगर क्षेत्र के ग्राम रतागढ़ मे एक डैम के पास 26 दिसंबर 23 को बाघ नजर आया था। स्थानीय ग्रामीणों ने दूर से उसका वीडियो बनाकर वन विभाग को अवगत कराया था। तब से ही लगातार वन विभाग की टीम बाघ की सर्चिंग कर रही है, लेकिन अब तक बाघ कहीं नजर नहीं आया। लोगों का कहना है कि रात में आवाजें आती है, लेकिन वन अफसरों ने कहा-रात में भी नाइट विजन मोड पर ड्रोन से बाघ की सर्चिंग की जा रही है, लेकिन अब तक एक बार भी बाघ कहीं नजर नहीं आया है।
एक बार मिले थे मादा बाघ के पगमार्क
क्षेत्र में बाघ केवल एक बार ही ग्रामीणों को नजर आया था। बाद में मादा बाघ के पगमार्क मिले थे, लेकिन काफी सर्चिंग के बाद वह दोबारा किसी को नजर नहीं आया। वन अफसरों का कहना है कि टीम पूरी तरह नजर बनाए हुए है। 17 दिनों से रतागढ़ सहित आसपस के क्षेत्रों में सर्चिंग जारी है।
दहशत में है क्षेत्र के ग्रामीण, वन विभाग अलर्ट
क्षेत्र के लोग एक बार बाघ दिखने के बाद से लगातार दहशत में हैं, लेकिन अच्छी बात यह है कि वन विभाग की टीम यहां पूरी तरह अलर्ट है और दिनभर के अलावा रात में भी ड्रोन से बाघ की सर्चिंग करने में जुटी हुई है। बताया जा रहा है कि बाघ टाइगर रिजर्व मेलघाट से ताप्ती नदी होते हुए यहां आया होगा और वापस चला गया इसलिए बाद में वह किसी को नजर नहीं आया है।
वर्जन-
आगे भी जारी रखेंगे सर्चिंग
कुछ लोगों ने कहा था कि रात में आवाजें आ रही है, लेकिन हम लगातार रात में भी ड्रोन से सर्चिंग करा रहे हैं। यह आगे भी जारी रहेगी।
– तरूण अनिया, रेंजर नेपानगर
……