नेपानगर। गौवंश तस्करी की एक बड़ी साजिश को पुलिस ने समय रहते नाकाम कर दिया। सोमवार को अंबाड़ा बीट भ्रमण पर निकले नेपानगर थाना के सहायक उप निरीक्षक को मुखबिर से मिली पक्की सूचना पर एनिकेट हनुमान मंदिर के पास घेराबंदी कर दो पशु तस्करों को रंगे हाथ पकड़ा गया। तस्कर बिना नंबर की पिकअप में 6 गायों को बेहद क्रूरता से भरकर महाराष्ट्र की ओर ले जा रहे थे।
वाहन की तलाशी में सामने आया कि 3 गाय और 3 बछियों को इस कदर ठूंसकर भरा गया था कि वे मुश्किल से सांस ले पा रही थीं। मौके पर मौजूद पंचों और ग्रामीणों ने देखा कि कैसे गौमाता की आंखों में पीड़ा और शरीर में ठूंस-ठूंसकर भरने के निशान थे।
पकड़े गए आरोपी बोले – महाराष्ट्र ले जा रहे थे वध के लिए
पुलिस ने वाहन चालक गनसिंग पिता मोहनसिंग (45 वर्ष) और साथी सुरेश पिता नानसिंग (30 वर्ष) दोनों निवासी ग्राम बसाली, धूलकोट, बुरहानपुर को पकड़कर पूछताछ की। दोनों ने बताया कि गायों को जलगांव जमौद (महाराष्ट्र) की ओर ले जाया जा रहा था, जहां वध के लिए बिक्री की जानी थी। पूछताछ में कोई भी खरीद-बिक्री का दस्तावेज या परमिट नहीं दिखा सके।
गौवंश की कीमत 33 हजार, पिकअप 3 लाख की जब्त
जप्त की गई गायों में लाल गाय, 4 साल, कीमत 7000 रु., कबरी सफेद गाय, टूटा सिंग, 5 साल, 5000 रु., काली कबरी गाय, 4 साल, 5000 रु., लाल बछिया, सफेद चेहरा, 3 साल, 6000 रु.,,लाल बछिया, छोटे सिंग, 2 साल, 5000 रु., लाल बछिया, 3 साल, 5000 रु. कुल अनुमानित कीमत: 33,000 रु. और जब्त पिकअप: 3,00,000 रु.।
मेडिकल करवा कर पहुंचाईं गौशाला, आरोपी हवालात में
गायों का मौके पर मेडिकल परीक्षण करवाकर उन्हें रस्सियों समेत श्रीकृष्ण गौशाला जैनाबाद में छोड़ा गया। दोनों आरोपियों को थाने लाकर म.प्र. गौवंश वध प्रतिषेध अधिनियम 2004 की धारा 4, 6, 9 और पशु क्रूरता अधिनियम 1960 की धारा 11(1)(घ) के तहत गिरफ्तार किया गया।