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मामला हमीदपुरा क्षेत्र में खड़े शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और रहवासी क्षेत्र का, अब टैक्स वसूली के लिए पहुंची टीम
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निगम अफसर और दुकानदार, रहवासियों के बीच विवाद की स्थिति निर्मित, कहा-हम पंचायत को अदा कर रहे टैक्स
बुरहानपुर। करीब 8 साल पहले 2015 में प्रदेश सरकार की ओर से एक नोटिफीकेशन जारी हुआ था जिसके तहत हमीदपुरा क्षेत्र नगर निगम की सीमा में आ गया था। नगर निगम द्वारा तब से यहां आमजन, दुकानदारों से टैक्स वसूली की जाना थी, लेकिन यह टैक्स अब भी ग्राम पंचायत ऐमागिर्द द्वारा वसूला जा रहा है, क्योंकि पहले यह क्षेत्र ग्राम पंचायत ऐमागिर्द के तहत आता था। अब आठ साल बाद अचानक नगर निगम को सुध आई कि क्षेत्र से टैक्स वसूली करना चाहिए, लेकिन इस दौरान रहवासियों, दुकानदारों ने इसका विरोध जताया।
दरअसल इस क्षेत्र में बड़े बड़े मॉल और दुकानें नगर निगम की बिना परमिशन के ही खड़ी कर दी गई। तब नगर निगम ने इसकी सुध नहीं मिली। दुकानदारों, मॉल संचालकों का कहना है कि हमने ऐमागिर्द पंचायत से परमिशन ले रखी है। अब नगर निगम चाहता है कि लोग और दुकानदार उसे टैक्स अदा करें।
जेसीबी के साथ हमीदपुरा पहुंचा अमला
गुरुवार को नगर निगम की टीम हमीदपुरा हजरत गोटिया पीर दरगाह रोड क्षेत्र में टैक्स वसूली के लिए पहुंची। इस दौरान टीम को स्थानीय रहवासी, दुकानदारों के विरोध का सामना करना पड़ा, क्योंकि यहां अफसर, कर्मचारी नोटिफीकेशन के आठ साल बाद टैक्स वसूलने पहुंचे थे। दरअसल 2015 में हुए नोटिफिकेशन में यह क्षेत्र एमागिर्द ग्राम पंचायत की बजाए नगर निगम बुरहानपुर के अधीन आ गया है, लेकिन यहां के दुकानदार, रहवासी अब भी ग्राम पंचायत एमागिर्द को टैक्स अदा करते हैं। कई दुकानदारों ने यहां पंचायत से परमिशन लेकर दुकानों, मॉल का निर्माण किया है। जबकि उन्हें परमिशन नगर निगम से लेना चाहिए थी। ऐसे में नगर निगम की ओर से उन्हें दो तीन माह पहले नोटिस भी जारी किए गए थे, लेकिन दुकानदार और रहवासियों का कहना है कि हमें कोई नोटिस नहीं मिले। उन्हेांने पंचायत से मिली बिल्डिंग परमिशन भी दिखाई। साथ ही टैक्स रसीदें भी बताई, लेकिन निगम अफसरों का कहना है कि 2015 में हुए गजट नोटिफिकेशन के बाद यहां का टैक्स निगम वसूलेगा। उन्होंने सभी दुकानदार, रहवासियों से टैक्स की रसीदें मांगी ताकि पंचायत से वसूली की जा सके।
एक मॉल संचालक का अतिक्रमण हटाया, सामग्री जब्त
नगर निगम की टीम ने यहां शाह एंड शाह मॉल द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाया। सामग्री भी जब्त की। इस दौरान मॉल संचालक और नगर निगम की टीम के बीच विवाद भी हुआ। मॉल संचालक ने कहा कि यहां नगर निगम किसी प्रकार की सुविधाएं मुहैया नहीं कराता तो फिर किस बात का टैक्स वसूला जा रहा है। वहीं नगर निगम ने मॉल का निर्माण अवैध बताते हुए नोटिस जारी किया। कुछ नोटिस चस्पा भी किए गए।
पूर्व विधायक भी चर्चा के लिए पहुंचे
इस दौरान पूर्व विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भैया भी यहां चर्चा के लिए पहुंचे। उन्होंने मॉल मालिक और निगम की टीम से चर्चा की। लीगल तरीके से कार्रवाई करने की मांग की। वहीं निगम अफसरों का कहना है कि 55 धारको को नोटिस दिया है। वह जल्द से जल्द भरें। स्थानीय लोग 2015 से ग्राम पंचायत में टैक्स भरते आ रहे हैं। शाह एंड शाह मॉल की गली में रहने वाले लोगों ने कहा कि हम अपने पैसों से रोड, नाली, लाइट लगवाई फिर नगर निगम किस बात का टैक्स मांग रहा है।
वर्जन-
तीन माह पहले भी जारी किया था नोटिस
हमीदपुरा क्षेत्र अब नगर निगम की सीमा में आता है। हमने तीन माह पहले नोटिस जारी किया था, लेकिन दुकानदारों और रहवासियों ने उसका कोई जवाब नहीं दिया। अब पंचायत यहां से टैक्स वसूली कर रही है तो यह उनकी गलती है। 2015 में ही नोटिफीकेशन जारी होने के बाद से यह क्षेत्र नगर निगम सीमा में आ गया था।
– ज्योति सुनारिया, सहायक आयुक्त नगर निगम
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