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नेपानगर में सीएमओ-पार्षद आमने सामने, कलेक्टर को की मनमानी की शिकायत
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कहा, चालू काम रूकवा देते हैं सीएमओ, वार्डों में नहीं हो रहे विकास के काम
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सीएमओ ने किया पलटवार, खुलकर लगाए गंभीर आरोप, कहा, गलत तरीके से बिल पास कराना चाहते हैं पार्षद
बुरहानपुर। नेपानगर नगर पालिका में अकसर पार्षदों और सीएमओ के बीच पटरी नहीं बैठती। ऐसा ही एक मामला शुक्रवार को सामने आया है। करीब 7 पार्षद और पार्षद प्रतिनिधि नपा सीएमओ शैलेंद्र चौहान की शिकायत लेकर कलेक्टर हर्ष सिंह के पास पहुंचे। उन्हें ज्ञापन सौंपा और आरोप लगाए कि सीएमओ मनमानी कर रहे हैं। चालू काम रूकवा देते हैं। वार्डां में विकास के काम ठप्प पड़े हैं। वहीं सीएमओ ने भी पलटवार करते हुए कहा कि कुछ पार्षद मनमानी कर रहे हैं। वह गलत तरीके से बिल पास करवाना चाहते हैं।
इधर, कलेक्टर को की गई शिकायत में पार्षदों ने कहा-इससे पहले 15 मई अनुविभागीय अधिकारी राजस्व नेपानगर को 15 बिंदुओं में विस्तृत शिकायत की गई थी, लेकिन अब तक न तो किसी प्रकार की जांच प्रारंभ की गई है और न ही कोई ठोस कार्रवाई की गई है। पार्षदों का का आरोप है कि शिकायत करने के पश्चात जानबूझकर वार्डों के कार्यों में विलंब किया जा रहा है और अधिकारी द्वारा पारदर्शिता का पूर्ण अभाव दिखाया जा रहा है जिससे जनहित प्रभावित हो रहा है। पार्षदों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही इस विषय में जिला प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है तो वे सभी जनप्रतिनिधि मिलकर जन आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। पार्षदों ने मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर संबंधित अधिकारी पर आवश्यक कार्रवाई की जाए ताकि जनता का विश्वास प्रशासन पर बना रह सके। इस अवसर पर पार्षद योगिता पाटिल, रूपाली सावकारे, सपना पटेल, अनीषा पटेल, जितेंद्र सावकारे, कैलाश पटेल, राजेश पटेल, राजू दामु पाटिल आदि मौजूद थे।
पार्षदों ने शिकायत में यह कहा
पार्षदों ने शिकायत में कहा, सीएमओ द्वारा पीआईसी की बैठक में पारित न होने वाले प्रस्तावों को भी जबरन लागू किया जाता है। कर्मचारियों का मनमाने तरीके नियमीतिकरण किया गया। बिना पीआईसी स्वीकृति के वित्तीय व्यय किया जाता है। अपने हित के चलते कर्मचारियों से मूल पद पर कार्य न करवाते हुए मनमानी की जा रही है। इसके अलावा बिना मांग पत्र के सामग्री खरीदी करना, मुख्यमंत्री अधोसंरचना भाग 4 में चल रहे निर्माण कार्य में भी भारी लापरवाही, पैसे का दुरूपयोग, टेंडर जारी करने के बाद भी टेंडर प्राप्त करने वाले को काम न देकर व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने का काम किया जाना, कर्मचारियों पर दबाव डालकर सीएम हेल्पलाइन पर आई शिकायत अनदेखा करना, 27 दिसंबर 25 और 23 अप्रैल 25 की प्रेसीडेंट इन काउंसिल की बैठक में जिन मुद्दों पर स्वीकृति नहीं दी गई उसे मनमाने ढंग से करवाना। इन सब बिंदुओं की जांच कराकर कार्रवाई की मांग पार्षदों ने की है।
वर्जन-
सारे आरोप निराधार, मैं जवाब देने को तैयार
– पार्षदों द्वारा लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं। मैं जवाब देने को तैयार हूं। अगर ऐसा होता तो नगर पालिका अध्यक्ष भी उनके साथ होतीं, लेकिन ऐसा नहीं है। अध्यक्ष भी जानती हैं कि काम सही तरीके से हो रहे हैं। यह पार्षद दबाव बनाकर टेंडर पास कराना चाहते हैं। उनके द्वारा दी गई सामग्री के बिल पास कराना चाहते हैं। मैंने ऐसा नहीं होने दिया इसीलिए आरोप लगा रहे हैं।
-शैलेंद्र चौहान, सीएमओ नेपानगर