बुरहानपुर। जिले में लगातार प्रतिबंध के बावजूद पाड़ों की टक्कर कराने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार, 6 नवंबर 2024 को बोदरली में एक बार फिर पाड़ों की टक्कर का आयोजन किया गया, जिसके बाद शाहपुर थाना पुलिस ने 67 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया। इनमें पांच आयोजन समिति के पदाधिकारी और 62 पाड़ा मालिक शामिल हैं। यह मामला एक हफ्ते में शाहपुर थाना पुलिस द्वारा दर्ज किया गया तीसरा बड़ा केस है, जिसमें पिछले चार दिनों में कुल 87 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है।
इससे पहले मंगलवार, 5 नवंबर को शाहपुर थाना प्रभारी अखिलेश मिश्रा और तहसीलदार ने बोदरली में आयोजकों के साथ बैठक की थी। इस दौरान आयोजकों को हिदायत दी गई थी कि किसी भी हालत में पाड़ों की टक्कर नहीं कराई जाएगी। बावजूद इसके, बुधवार को यह प्रतिबंधित आयोजन हुआ और पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की।
पुलिस की सख्त तैयारी, फिर भी लाखों की भीड़ जुटी
शाहपुर थाना पुलिस ने इस बार सख्ती दिखाई और दर्यापुर-बोदरली रोड पर पुलिस चेकिंग पाइंट्स लगाए। वाहनों की सर्चिंग की गई ताकि कोई भी पाड़ा लेकर बोदरली न पहुंच सके। पुलिस ने टक्कर देखने के लिए जाने वाले लोगों को भी रुकवाकर उन्हें समझाइश दी। इसके बावजूद, 30,000 से ज्यादा लोग टक्कर देखने के लिए मैदान में पहुंच गए।
साथ ही, पुलिस ने पाड़ा मालिकों और आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की और उन्हें चेतावनी दी कि भविष्य में इस तरह के आयोजनों को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, इस बार टक्कर स्थल पर किसी प्रकार की भगदड़ या भीड़ में घुसने जैसी स्थिति उत्पन्न नहीं हुई, जिससे बड़ा खतरा टल गया।
कानूनी कार्रवाई जारी
शाहपुर थाना पुलिस के मुताबिक, आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है, जिसमें पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 और अन्य संबंधित धाराएं शामिल हैं। पुलिस ने चेतावनी दी है कि इस प्रकार के आयोजनों के लिए किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और आने वाले दिनों में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए और भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।
यह घटना इस बात का संकेत है कि प्रशासन की लगातार कोशिशों के बावजूद लोग कानून तोड़ने से बाज नहीं आ रहे। अब देखना यह होगा कि पुलिस और प्रशासन इस पर और कड़े कदम उठाते हैं या नहीं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।