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दो साल पहले तक अतिक्रमणकारियों के कब्जे में था जंगल, समय समय पर हो रही कॉम्बिंग गश्त
बुरहानपुर। करीब दो साल पहले तक नेपानगर, नावरा क्षेत्र का जंगल अतिक्रमणकारियों के कब्जे में था। वर्तमान में बारिश का दौर है। ऐसे में अतिक्रमणकारी वन भूमि पर कब्जा कर फसलों की बोवनी भी करते हैं, लेकिन इससे पहले ही वन विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है। शुक्रवार को खंडवा सीसीएफ ने जंगल में अफसर, कर्मचारियों और सभी रेंज के रेंज अफसरों के साथ जंगल में पैदल गश्त की। साथ ही ताकीद भी की गई कि अगर कोई बाहरी व्यक्ति जंगल में नजर आए तो उससे सख्ती से पूछताछ की जाए।
गौरतलब है कि दो साल पहले नेपानगर, नावरा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर जंगल काटा गया था। अब समय समय पर इसकी निगरानी ड्रोन से हो रही है। शुक्रवार को 120 वन अफसर, कर्मचारियों के साथ खंडवा सीसीएफ ने कॉम्बिंग गश्त की। ड्रोन से फोटो, वीडियोग्राफी की गई।
हजारों की संख्या में काटे गए थे पेड़
शुक्रवार दोपहर 2 बजे सीसीएफ खंडवा रमेश गणावा ने नेपानगर और नावरा क्षेत्र में वन मंडल बुरहानपुर के वन हमले के साथ कॉम्बिंग गश्त की। बुरहानपुर वन मंडल के नेपानगर और नावरा वन क्षेत्र में दो साल पहले अतिक्रमणकारियों ने हजारों की संख्या में पेड़ों की कटाई कर जंगल को नुकसान पहुंचाया था। राजस्व, पुलिस और वन हमले ने संयुक्त रूप से कार्रवाई कर अतिक्रमणकारियों को क्षेत्र से खदेड़ दिया था। मानसून सत्र में अतिक्रमणकारियों के सक्रिय होने की संभावना को देखते हुए बुरहानपुर वन मंडल के 120 से अधिक अफसर, कर्मचारियों ने शामिल होकर सामूहिक पैदल गश्त किया। ड्रोन से फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी की गई।
एक हजार से ज्यादा टपरियां तोड़ी गई थी
जिला प्रशासन, पुलिस और वन विभाग ने नेपानगर, नावरा क्षेत्र में कार्रवाई करीब एक हजार से अधिक टपरियों को तोड़ा था। कईं अतिक्रमणकारियों को जेल भेजा गया था। उनके जेल से छूटने के बाद फिर आपराधिक गतिविधि में लिप्त होने पर कुछ को फिर जेल भेजा गया है। अब भी वन क्षेत्र में कहीं न कहीं अतिक्रमण कर फसल की बोवनी करने की सूचनाएं लगातार सामने आ रही है। पिछले दिनों ही वन विभाग ने एक स्थान पर कार्रवाई की थी, लेकिन यह अतिक्रमण आगे न बढ़े इसलिए वन विभाग द्वारा सतर्कता बरतते हुए जंगल पर नजर रखी जा रही है। यही वजह है कि शुक्रवार को यहां पैदल गश्त के साथ ही ड्रोन से भी निगरानी की गई।
कॉम्बिंग गश्त के दौरान यह रहे मौजूद
कॉम्बिग गश्त में मुख्य वन संरक्षक रमेश गणावा, प्रभारी वन मंडल अधिकारी राकेश डामोर, उपवन मंडल अधिकारी नेपानगर मान सिंह खराड़ी, उपवन मंडल अधिकारी बुरहानपुर अजय सागर, परिक्षेत्र अधिकारी लक्षा सोलंकी, सचिन सिंह, संजय मालवीय, तरुण अनिया, विक्रम सुलिया, पुष्पेंद्र जादौन सहित वन अमला मौजूद था। इस दौरान मुख्य वन संरक्षक खंडवा ने स्टाफ को वन क्षेत्र में सतत पैदल गश्ती करने और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति के वनों में घुसने पर तत्काल सूचना देने के लिए कहा।