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दिनभर राजनीतिक सरगर्मी चलती रही, कोई बैलगाड़ी से नामांकन जमा कराने पहुंचा तो कोई गधे पर
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कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर सुरेंद्र सिंह ने बेटी के नाम से भी जमा किया नामांकन, हर्षवर्धन और पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस ने मुर्हूत के अनुसार भरा फॉर्म
बुरहानपुर। लगातार सवाल उठ रहे हैं कि 2 बार भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रहे नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्षवर्धन सिंह चौहान अपना नामांकन वापस न ले लें। किसी ने सवाल किया कि भाजपा नेता कह रहे हैं कि आप नामांकन वापस ले लेंगे। हर्षवर्धन ने कहा-दिल को बहलाने के लिए गालिब ख्याल अच्छा है। साथ ही कहा-जनता का आदेश था इसलिए नामांकन दाखिल किया गया। फॉर्म नहीं उठांएंगे। मैं कुछ नया करना चाह रहा हूं। नए रिकार्ड से जीतेंगे। सम्मान सबका है पर जनता का आदेश सर्वोपरि है। अब फार्म नहीं उठाया जाएगा चुनाव लड़ा जाएगा।
बैलगाड़ी से नामांकन जमा कराने पहुंचे कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर सुरेंद्र सिंह
विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया 21 अक्टूबर से शुरू हो गई थी, लेकिन नामांकन जमा कराने 26 अक्टूबर को एक के बाद एक कर 4 प्रत्याशी पहुंचे। कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर सुरेंद्र सिंह ने गुरूवार को अपना नामांकन जमा किया। साथ ही उन्होंने अपनी बेटी लयश्री के नाम से भी नामांकन दाखिल किया। वह बैलगाड़ी से नामांकन रैली लेकर अपने निवास से निकले। रैली शहरभर में घूमने के बाद दोपहर एक बजे शिवकुमार सिंह चौराहा प्रतिमा स्थल पहुंची। बैलगाड़ी से पहुंचने पर उन्होंने कहा- भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार ने पेट्रोल डीजल के दाम इतने बढ़ा दिए कि आम आदमी और हम खुद भी उसे सहन नहीं कर पा रहे हैं इसलिए आज बैलगाड़ी से पहुंचे।
गधे पर बैठकर आए निर्दलीय प्रत्याशी प्रियांक सिंह
एक निर्दलीय प्रत्याशी प्रियांक सिंह ठाकुर गधे पर बैठकर नामांकन जमा कराने पहुंचे। उन्होंने कहा नेता जनता को 5 साल तक गधा समझते हैं इसलिए हम गधे पर बैठकर नामांकन जमा कराने पहुंचे हैं। गुरूवार दोपहर एक बजे निर्दलीय प्रत्याशी के बतौर पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमारसिंह चौहान के बेटे हर्षवर्धन सिंह चौहान मुर्हूत का नामांकन जमा कराने पहुंचे। वहीं पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस भी सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज लधवे, विधानसभा संयोजक अतुल पटेल सहित समर्थकों के साथ मुर्हूत का नामांकन जमा कराने पहुंची।
कांग्रेस ही बनी कांग्रेस की दुश्मन, सारे नेता नदारद
कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भैया बैलगाड़ी पर सवार होकर नामांकन स्थल तक पहुंचे। इस दौरान रैली निकाली गई, लेकिन अधिकांश कांग्रेस नेता रैली से नदारद थे। अल्पसंख्यक वर्ग से उम्मीदवार उतारने की तैयारी जोरों पर चल रही है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष रिंकू टाक सहित कुछ ही नेता दिखे जबकि प्रदेश महासचिव अजय रघुवंशी, पूर्व विधायक हमीद काजी सहित कईं अल्पसंख्यक नेता और पिछले दिनों विरोध में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने वाले कांग्रेस पार्षद भी यहां नहीं पहुंचे। इसे लेकर शहर कांग्रेस अध्यक्ष रिंकू टाक ने कहा- कांग्रेस एक ही है। जो नाराज हैं उनसे बात करेंगे। मान जाते हैं तो ठीक है नहीं तो प्रदेश स्तर पर नेतृत्व कार्रवाई करेगा।
नेपानगर में जयस ने उतारा समर्थित उम्मीदवार
नेपानगर। नेपानगर विधानसभा से जयस यानी जय आदिवासी युवा शक्ति मोर्चा ने बिलर सिंह जमरा को अपना प्रत्याशी बनाया है। गुरुवार को जयस ने समर्थित प्रत्याशियों की तीसरी सूची जारी कर दी है। इससे पहले उन्होंने कांग्रेस से अपनी दावेदारी पेश की थी। बिलर सिंह जमरा जबलपुर जिले में पुलिस सब.इंस्पेक्टर की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए हैं। जयस की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि जयस की केंद्रीय सामाजिक पुरखा परिवार कमेटी ने जयस की लोकतांत्रिक परम्परा अनुसार स्थानीय जयस की मांग पर मध्यप्रदेश पदाधिकारी की विशेष अनुशंसा पर यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। जिन विधानसभाओं में जयस ने तीसरी सूची के नाम घोषित किए हैं उनमें जोबट विधानसभा से रिंकू बाला डावर, नेपानगर से बिलर सिंह जमरा, महू विधानसभा से प्रदीप मावी, रतलाम ग्रामीण से डॉ अभय ओहरी, महेश्वर विधानसभा से डॉ मंशाराम सोलंकी शामिल हैं।