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दो दिन से ड्रोन से नजर रख रही वन विभाग की टीम, मंगलवार को रतागढ़ डैम के पास नजर आया था बाघ
बुरहानपुर। जिले की सीमा महाराष्ट्र से लगी हुई है। ऐसे में टाइगर रिजर्व मेलघाट से वन्यप्राणी जिले की सीमा में आते रहते हैं साथ ही यहां भी काफी संख्या में वन्यप्राणी हैं। ऐसे में समय समय पर यह लोगों को आसानी से नजर भी आते हैं। मंगलवार को नेपानगर क्षेत्र के ग्राम रतागढ़ में ग्रामीणों को बाघ नजर आया, हालांकि अब तक भी वन विभाग ने इसकी पुष्टि नहीं की है कि वहां बाघ दिखा है, लेकिन सर्चिंग तेजी से जारी है। दो दिन से वन विभाग की टीम ड्रोन कैमरे की मदद से वन्यप्राणी को ढूंढने का प्रयास कर रही है।
गौरतलब है कि मंगलवार शाम करीब 4 बजे नेपानगर क्षेत्र के ग्राम रतागढ़ स्थित डैम के आसपास बाघ का मूवमेंट होने की जानकारी सामने आई थी। ग्रामीणों ने इसका चुपके से वीडियो बना लिया था और इसकी सूचना वन विभाग को दी गई थी। टीम शाम में मौके पर पहुंच गई थी और सर्चिंग अभियान चलाया था, लेकिन शाम होने के कारण टीम वापस लौट आई थी वहीं रात में टीम फिर मौके पर पहुंची और ड्रोन कैमरे के माध्यम से देर रात तक सर्चिंग अभियान चलाया। दूसरे दिन बुधवार सुबह से शाम तक फिर सर्चिंग अभियान चलाया गया।
ग्रामीणों ने बाघ को देखा तो भाग खड़े हुए थे, बाद में कुछ लोगों के साथ आए
बताया जा रहा है कि शाम करीब 4 बजे कुछ ग्रामीणों को डैम के पास बाघ नजर आया था। कुछ हलचल नजर आने पर वह कम पानी वाले स्थान से दूसरी ओर निकल गया। ग्रामीणों का कहना है कि इससे पहले भी यहां कईं बार बाघ नजर आ चुका हैए लेकिन वन विभाग कभी इसकी पुष्टि नहीं करता। बाघ की जानकारी सामने आने के बाद ग्रामीण दहशत में हैं।
पहले भी कईं बार नजर आ चुके हैं वन्यप्राणी
नेपानगर क्षेत्र वन से घिरा है। यहां काफी संख्या में वन्यप्राणी हैं। ऐसे में यह समय समय पर लोगों को नजर आते हैं। कईं स्थानों पर वन विभाग ने वन्यप्राणियों से सावधान रहने के बोर्ड भी लगा रखे हैं। तेंदुए तो अक्सर देखे जाते हैं। पहले बाघ भी नजर आ चुके हैं, लेकिन वन विभा कभी इसकी पुष्टि नहीं करता।
वर्जन-
दो दिन से सर्चिंग की जा रही है
-दो दिन से क्षेत्र में सर्चिग की जा रही है। रात में करीब 2 घंटे तक ड्रोन की मदद से सर्चिंग की गई। वन्यप्राणी के पंजों के निशान मिले हैं। जांच के बाद आगे की स्थिति स्पष्ट होगी।
– तरूण अनिया, रेंजर नेपानगर