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कहा, आज तक सांसदों की इस तरह की बेइज्जती कभी नहीं हुई, युवक कांग्रेस, शहर कांग्रेस कमेटी ने सौंपा एसडीएम को ज्ञापन
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एसडीएम कार्यालय के बाहर नारेबाजी भी की गई
बुरहानपुर। संसद में सुरक्षा चूक को कांग्रेस ने मुद्दा बनाते हुए प्रदेशभर में तहसील और जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किया। नेपानगर, बुरहानपुर में भी विरोध प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपे गए। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने देश के गृहमंत्री के इस्तीफे तक की मांग कर डाली। शाम 4.15 बजे काफी संख्या में शहर कांग्रेस और युवक कांग्रेस के नेता अनुविभागीय कार्यालय पहुंचे। यहां नारेबाजी कर एसडीएम पल्लवी पुराणिक को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
142 सांसदों का निलंबन लोकतंत्र का गला घोंटने के समान – शहर अध्यक्ष रिंकू टाक
नगर कांग्रेस कमेटी कमेटी शहर अध्यक्ष रिंकू टाक ने कहा. देश की आजादी के बाद पहली बार इस तरीके की घटनाएं हो रही है कि जो 142 सांसदों का निलंबन किया गया। भाजपा द्वारा लोकतंत्र का गला घोंटने का काम किया जा रहा है। उसके खिलाफ जिला कांग्रेस, युवक कांग्रेस यहा विरोध कर रही है। एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर देश के गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे और न्यायिक जांच के लिए समिति बनाने की मांग की गई है।
सांसदों की इतनी बेइज्जती पहले कभी नहीं देखी- पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह
पूर्व विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भैया ने कहा- संविधान का कत्ल किया जा रहा है। जब से मेरी आंख खुली है आज तक इतना बुरा व्यवहार सांसदों के साथ होते हुए कभी नहीं देखा। राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें हठधर्मिता के कारण संसद के बाहर फेंक दिया गया। वोटरों ने उन सांसदों को चुनकर संसद भेजा उनकी आज बेइज्जती हो रही है। हम अपना आंदोलन जारी रहेंगे। प्रजातंत्र कायम रखने के लिए इस तरह के विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। इस दौरान कांग्रेस प्रदेश महासचिव दुर्गेश शर्मा, जिला प्रवक्ता निखिल खंडेलवाल, फरीद काजी, शैली कीर, गेंदु बाई, युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष उबैद उल्ला, शेख रूस्तम, सिद्धार्थ व्यास, हर्षित ठाकुर, राकेश खत्री, प्रीतिसिंह राठौर सहित अन्य नेता मौजूद थे।
कांग्रेस नेताओं ने ज्ञापन में यह भी कहा-
• देश की लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार स्वयं ही लोकतंत्र की हत्या करने पर आमादा है। देश के संसद भवन मे जिस तरीके से विगत कुछ समय से सत्ताधारी पार्टी के द्वारा द्वेषपूर्ण भावना से विपक्षी दलों के सांसदो पर निलंबन की कार्रवाई की जा रही है उससे यह लगता है कि सत्ताधारी पार्टी लोकतंत्र की हत्या कर विपक्ष की आवाज को कुचलना चाहती है।
• सदन और उसके सदस्यों की सुरक्षा का जिम्मा केन्द्र सरकार का होता है। खासतौर पर जब सत्र चल रहा हो तब उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की और भी बढ़ जाती है। केंद्र की भाजपा सरकार संसद भवन की सुरक्षा करने में पूरी तरह नाकाम रही। घुसपैठियें न सिर्फ संसद भवन में पहुंचेए बल्कि वहां पर पहुंचकर स्मोक बम भी चलाए।
• पूरी घटना की न्यायिक आयोग बनाकर जांच की जाए। दोषी भाजपा सांसदए
• घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। संसद भवन की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार केंद्र सरकार के गृहमंत्री को तत्काल प्रभाव से अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।
और इधर
नेपानगर में भी हुआ विरोध- कांग्रेस नेताओं ने सौंपा ज्ञापन
संसद में सुरक्षा चूक के मसले पर नेपानगर में भी विरोध हुआ। एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया। कांग्रेस आईटी सेल प्रदेश महासचिव धीरज करोसिया ने बताया मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के प्रदेशव्यापी आव्हान पर शुकवार को नेपानगर में जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण व्दारा विरोध स्वरुप अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन के माध्यम से ग्रामीण जिलाध्यक्ष रामकिसन पटेल ने कहा 13 दिसंबर 2023 को जब भारतीय संसद पर हुए आतंकी हमले की 22 बरसी थी उसी दिन संसद की कार्रवाई चल रही थी इसी बीच कुछ युवक संसद भवन की दर्शकदीर्घा में आए और संसद की कार्रवाई के दौरान संसद के बीच कूद गए जहां सभी गणमान्य सांसद मौजूद थे। ज्ञापन के माध्यम से भाजपा शासित केन्द्र सरकार की इस तानाशाही का पुरजोर विरोध किया गया और मांग की गई कि केन्द्र सरकार इस तानाशाही फैसले को वापस ले जिससे लोकतंत्र के नैतिक मूल्यों की रक्षा हो सके।
इस दौरान कार्यकारी जिलाध्यक्ष जगमीत सिंह जॉली, नगर पालिका अध्यक्ष भारती पाटिल, जिला उपाध्यक्ष सोहन सैनी, महिला कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष विजयेता चौहान, नगर कांग्रेस अध्यक्ष प्रकाश सिंह बैस, मंडलम अध्यक्ष संदीप करोसिया, सुनिल मोरे आदि मौजूद थे।