बुरहानपुर। एआईएमआईएम की रविवार रात इकबाल चौक में सभा हुई जिसमें संबोधन के लिए नांदेड़ महाराष्ट्र से एआईएमआईएम के लीडर सैयद मोईन पहुंचे। इस दौरान सबसे खास बात यह रही कि मंच पर सामने की ओर ही बुरहानपुर के पूर्व विधायक हमीद काजी के बेटे और वर्तमान में शहर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष नूर काजी बैठे नजर आए। जबकि नूर काजी ने पिछले दिनों एक वीडियो जारी कर कांग्रेस में अपनी आस्था जताई थी, हालांकि कुछ देर बाद ही वीडियो को पुराना भी बता दिया था। इसके अलावा सभा में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने वाले कुछ पार्षद और कांग्रेस के कुछ नेता भी नजर आए जो निष्ठावान कांग्रेस के बनते समय अल्पसंख्यक वर्ग से उम्मीदवार उतारे जाने की अगुवाई कर रहे थे।
एआईएमआईएम के नेता सैयद मोईन बोले, विधायक को 17 नवंबर को क्वारेंटाइन कर दो
इस दौरान एआईएमआईएम के लीडर सैयद मोईन ने कहा- एक विधायक की जिम्मेदारी क्या होती है कि वह बुरे वक्त में काम आए। लोगों को जिन्होंने आपको वोट दिया उनका दर्द समझें। उन्हें हॉस्पिटल पहुंचाए। सरकार की योजनाएं गरीबों तक पहुंचाए। यह सब एक विधायक की जिम्मेदारी होती है, लेकिन यहां के विधायक तुम्हारे बीच नहीं आए। कोरोना में खुद क्वारेंटाइन होकर बैठ गए। बैठे थे कि नहीं। अरे कोराना में क्वारेंटाइन हुआ था न। अब 17 तारीख को भी क्वारेंटाइन कर दो उनको। इकबाल चौक में एआईएमआईएम के प्रत्याशी नफीस मंशा खान के समर्थन में आयोजित सभा में उन्होंने यह बात वह बुरहानपुर के निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह को लेकर कही। उन्होंने कहा यह वक्त अब कभी नहीं आने वाला। यहां से आपकी एकता का पैगाम पूरे मप्र में जाएगा। उन्होंने कहा बहुत हो चुका है। अब तो होश में आओ। कब तक आंसूओ से रोते रहोगे। जो कौम अपने माजी की गलतियों से सबक नहीं सीखती वह कौम अपने मुस्तकबिल को नहीं संवारती। जो कौम अपने माजी की गलतियों से सबक सीखती है वह आने वाले वक्त में मुस्तकबिल को संवारकर खड़ी रहती है। दानिशमंदी का सुबूत देती है होशमंदी का सुबूत देती है। यह वक्त फिर नहीं आने वाला है। 23 पार्षदों के दिलों में अल्लाह ने समझ दी। उन्होंने हमारा साथ दिया। सभा को मोहम्मद हनीफ, अधिवक्ता उबैद शेख, अधिवक्ता जहीर उद्दीन सहित अन्य ने संबोधित किया।