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प्रशासन पर कार्रवाई का दबाव
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आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने और रासुका लगाने की मांग
बुरहानपुर। जिले के ग्राम सारोला में एक दुखद घटना सामने आई है, जहां तीन दिन से लापता नंदी महाराज के अवशेष मिलने के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस घटना से ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है, और उन्होंने प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने 5 संदिग्धों को राउंडअप कर लिया है। उनसे कड़ी पूछताछ की जा रही है। वही आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने और रासुका लगाने की मांग भी की जा रही है।
कैसे हुआ खुलासा?
शाम को कुछ युवाओं को जानकारी मिली कि एक स्थान पर किसी पशु के कुछ अवशेष मिले हैं। यह सूचना मिलते ही ग्रामीण बड़ी संख्या में शिकारपुरा थाना पहुंचे और विरोध दर्ज कराया। पुलिस ने इस मामले में पांच संदिग्धों को राउंडअप किया है। ग्रामीणों का आरोप है कि यह घटना पूर्व नियोजित थी और दोषियों को कठोर सजा मिलनी चाहिए।
ग्रामीणों की मांग और विरोध
ग्रामीणों का कहना है कि जब तक सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक वे शांत नहीं बैठेंगे। ग्राम के किरण मोरे ने बताया कि अवशेष मिलने की सूचना मिलते ही पुलिस को इसकी जानकारी दी गई और पुलिस भी मौके पर पहुंची। वहीं, सुनील वाघे ने कहा कि तीन दिन से नंदी महाराज लापता थे और ग्रामीणों ने थाने में इसकी शिकायत भी दर्ज कराई थी। इसके बावजूद, पुलिस द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने पर नाराजगी बनी हुई है।
बजरंग दल और अन्य संगठनों ने जताई नाराजगी
बजरंग दल के जिला संयोजक रवि सांलुके ने इस घटना को आस्था से जुड़ा मामला बताया और प्रशासन से दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन उचित कार्रवाई नहीं करता है, तो आंदोलन तेज किया जाएगा। वहीं, भाजपा नेता गजेंद्र पाटिल ने इसे निंदनीय बताया और कहा कि जिसने भी यह कृत्य किया है, उसे सजा मिलनी चाहिए।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
सीएसपी गौरव पाटिल ने बताया कि पुलिस ने पांच संदिग्धों को राउंडअप किया है और जांच जारी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही इस मामले में कठोर कदम उठाए जाएंगे। वहीं, पूर्व राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त संजय जाधव ने आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने और उनके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाने की मांग की है।
ग्रामीणों की बढ़ती नाराजगी
ग्रामीणों ने स्पष्ट कर दिया है कि वे जब तक सभी दोषियों की गिरफ्तारी नहीं देखते, तब तक वे थाने से नहीं हटेंगे। देर रात तक घटनाक्रम जारी रहा और ग्रामीणों की भीड़ लगातार बढ़ती रही। बजरंग दल, ग्राम समितियां और हिन्दू सेवा समिति के सदस्य भी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन किया।