इंदौर। चंदन नगर इलाके में 17 वर्षीय नाबालिग को बेचने का दर्दनाक मामला सामने आया है। पुलिस के अनुसार, एक दंपती ने नाबालिग को धोखे से घुमाने का बहाना देकर अपने साथ कार में बैठा लिया और गुजरात के जामनगर में उसे बेच दिया। इस घटना से शहर में सनसनी फैल गई है और मामले ने समाज में महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना का पूरा विवरण
चंदन नगर क्षेत्र की निवासी नाबालिग को 5 नवंबर की रात आयशा उर्फ कोमल और उसके पति मोहम्मद आदिल उर्फ गोलू पठान ने घुमाने का बहाना देकर अपने साथ ले गए। आयशा, जो पहले से ही नाबालिग की जान-पहचान में थी, ने भरोसा दिलाया कि कुछ देर में वे वापस लौट आएंगे। इसके बाद वे कार से उसे जामनगर ले गए, जहां विमला, धर्मेंद्र, रवि और अन्य लोग कार में मौजूद थे। जामनगर पहुंचने पर नाबालिग को प्रकाश नाम के व्यक्ति के पास छोड़ दिया गया। प्रकाश ने उसे अपनी पत्नी बताने की कोशिश की और उस पर कई बार शारीरिक अत्याचार किया। 9 नवंबर की रात किसी तरह पीड़िता प्रकाश के चंगुल से भाग निकली। पैदल चलते हुए वह राजकोट और अहमदाबाद होते हुए इंदौर पहुंची, जहां उसने अपने परिजनों को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी।
केस दर्ज और आरोपियों की पहचान
इस घटना की शिकायत पर हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं की मदद से पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपियों पर केस दर्ज किया। पुलिस ने इस मामले में दो महिलाओं सहित कुल सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। नामजद आरोपियों में आयशा उर्फ कोमल पति मोहम्मद आदिल उर्फ गोलू पठान, निवासी गीता नगर, इंदौर मोहम्मद आदिल उर्फ गोलू पठान, जीवन, विमला, धर्मेंद्र प्रकाश, निवासी जामनगर पुलिस ने इन सभी पर अपहरण, बलात्कार और मानव तस्करी जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
पुलिस की कार्यवाही और आगे की जांच
पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी कर उन्हें गिरफ्तार करने के प्रयास में जुटी है। घटना की गंभीरता को देखते हुए समाज में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग भी जोर पकड़ रही है।
सुरक्षा और सजगता की अपील
यह घटना माता-पिता और समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि वे अपने बच्चों के प्रति सतर्क रहें और उनके आसपास के माहौल पर नजर रखें। ऐसे मामलों को रोकने के लिए पुलिस, प्रशासन और समाज को मिलकर काम करना होगा ताकि इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।
पीड़िता ने पुलिस को अपने बयान में बताया
पीड़िता ने अपने बयान में बताया कि 5 नवंबर की रात करीब 9 बजे वह घर के बाहर काम से निकली थी। तब उसे आयशा उर्फ कोमल और उसके पति गोलू पठान मिले। आयशा को पहले से जानती थी, तो बात करने लगी। उसने कहा कि बेटमा में काम है। साथ में चल घूमकर आ जाएंगे। तब घर पर कुछ नहीं कहा और उनके साथ बाइक से चली गई। राजमोहल्ला में ‘खराब’ चाय की दुकान के यहां पर एक कार में विमला, धर्मेन्द्र, रवि और अन्य लोग बैठे मिले। विमला ने कहा कार में बैठ जाओ घूमकर आते हैं। पहले मैंने मना किया। लेकिन आयशा ने भरोसा दिलाया कि कुछ देर में आ जाएंगे। इसके बाद कार नंबर MP09WE9265 से गुजरात के जामनगर ले गए। यहां दूसरे दिन सुबह पहुंचे। जब आयशा से पूछा तो कहने लगी कि काम है। इसलिये यहां पर लेकर आए हैं। यहां पर प्रकाश नाम के लड़के से मिलवाया। इसके बाद मुझे छोड़कर बाकी लोग वापस आ गए। प्रकाश ने कहा कि वह उसकी पत्नी है। उसने आयशा और अन्य लोगों से उसे खरीदा है। प्रकाश ने यहां नाबालिग से कई बार रेप किया। 9 नवंबर की रात पीड़िता घर से पैदल निकल गई। जैसे-तैसे राजकोट तक पहुंची। यहां से अहमदाबाद की ट्रेन मिली। 11 नवंबर को इंदौर पहुंची और अपनी मां से मिलकर उन्हें पूरी घटना की जानकारी दी। पीड़िता ने बताया कि वह डर गई थी। इसलिए दो दिन तक मामले में शिकायत नहीं की।